डेस्कः
दो दिन पहले की बात है, उत्तर प्रदेश के लखनऊ में 80 साल की एक महिला अपने पेट डॉग पिटबुल को छत पर टहला रही थी। अचानक उसके गले में बंधी चेन खुल गई। पिटबुल ने महिला पर अटैक कर दिया और ऐसा नोंचा कि महिला के शरीर से मांस अलग हो गया। कुत्ते ने जिस तरह 80 वर्षीय सुशीला पर हमला किया, उसे जानकर हर कोई हैरान और डरा हुआ है. मृतका के पड़ोसी बता रहे हैं कि एक घंटे तक कुत्ता सुशीला को नोचता रहा. वो इस कदर महिला पर हमला कर रहा था कि उसने सुशीला का पेट तक फाड़ दिया. यहां तक की पेट से मांस भी निकाला. इस घटना के बारे में जिसे भी पता चल रहा है वो सवाल उठ रहे हैं कि क्या इतने खूंखार कुत्ते को घर में पालना सही है.देश में डॉग लवर्स की कमी नहीं है। कई लोग सेफ्टी के लिए, तो कई लोग शौक से डॉग पालते हैं। ऐसे लोगों को अलर्ट रहने के साथ-साथ यह जानना भी जरूरी है कि वे अपने पेट डॉग को अच्छी तरह से कैसे रखें? कैसे और कहां ट्रेनिंग दें, किन डॉग्स को पालें और किसे नहीं?
पिटबुल कैसा कुत्ता है
बता दें कि पिटबुल एक क्रॉस ब्रीड डॉग है, जिसकी वजह से उसका टेंपरामेंट यानी स्वभाव खराब हो जाता है। इसे गुस्सा बहुत आता है। यह बेहद जिद्दी होता है। इसी वजह से कई बार जान के लिए भी खतरा बन जाता है। तो फिर सवाल है कि डॉग अगर हम रख रहें है तो किस तरह की सावधानी बरती जानी चाहिए नंबर वन
उसके सोने से लेकर खाने तक की जगह को साफ-सुथरा रखें। हमेशा फ्रेश पानी ही पिलाएं, इससे वो जल्दी बीमार नहीं पड़ेगा। समय-समय पर वेटनरी डॉक्टर से अपने डॉग की जांच करवाते रहें। हाइट और ब्रीड के हिसाब से आपके डॉग का वजन होना चाहिए। वो आलसी न बने, इसके लिए उसे एक्सरसाइज जरूर करवाएं। उससे बातचीत करें, इससे आपके और डॉग के बीच अच्छा रिलेशन बनेगा। हमेशा उनके बाल और नाखूनों की कटिंग करवाते रहें।
अब सवाल यह होगा कि किस तरह की डॉग हमें पालने चाहिए। तो बता दें कि पेट शॉप की जगह एथिकल डॉग ब्रीडर से ही डॉग खरीदें। प्योर ब्रीड डॉग लें, क्रॉस ब्रीड डॉग खतरनाक होते हैं। क्लब सर्टिफिकेशन और माइक्रो चिप चेक करें, इससे पता चलता है कि उसकी फैमिली हिस्ट्री क्या है और वह इंसान के लिए सेफ है या नहीं। वैक्सीनेशन का ध्यान रखें। प्रॉपर फूड दें, अंधेरे में डॉग को न रखें, सोशलाइज करें।
क्या कहता है केसीआई
केनल क्लब ऑफ इंडिया यानी KCI देश में प्योर ब्रीड डॉग की रजिस्ट्री करता है। उसके मुताबिक कुछ कुत्तों को पालना खतरनाक साबित हो सकता है, जैसे नेपोलियन मास्टिफ, वुल्फ डॉग (Wolf dog), बोअरवेल (Boerboel), डोगो अर्जेंटीना (Dogo Argentino), प्रेसा कैनारियो (Presa Canario), फिला ब्रेसिलिएरो (Fila Brasileiro), टोसा इनु (Tosa inu)। (KCI) के सेक्रेटरी विष्णु दत्त त्रिपाठी कहते हैं– देश में किसी भी ब्रीड के डॉग को पालना बैन नहीं है, लेकिन कुछ ब्रीड को लेकर क्लब यह सलाह जरूर देता है कि इसे पालना सही नहीं। KCI पिटबुल को मान्यता नहीं देता है।
दुनिया के सबसे प्रमुख देशों में से एक इंग्लैंड में पिटबुल कुत्तों पर पूरी तरह बैन है. इसके अलावा दुनियाभर के करीब 30 देशों में पिटबुल पर या तो पूरी तरह बैन है या अलग-अलग तरह के कई प्रतिबंध लगे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इन देशों की गिनती में न्यूज़ीलैंड, बेल्जियम, फ्रांस, डेनमार्क, पोलैंड, फिनलैंड और नॉर्वे जैसे देश शामिल हैं. बताया जाता है कि पिटबुल के इंसानों को काटने या जान से मारने के सबसे ज्यादा केस अमेरिका में देखने को मिलते हैं. लेकिन वहां इस पर किसी तरह का प्रतिबंध नहीं है, जबकि उसके पड़ोसी कनाडा के कई शहरों में पिटबुल बैन है. पोर्टो रिको में साल 2018 तक कुत्तों की इस प्रजाति पर बैन था लेकिन अब प्रतिबंध हटा दिए गए हैं. भारत में भी पिटबुल पर कोई बैन नहीं है.