द फॉलोअप डेस्कः
कांग्रेस ने रांची लोकसभा सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय की जगह उनकी बेटी यशस्विनी सहाय को उम्मीदवार बनाया गया है। कांग्रेस की ओर से रविवार को 11 उम्मीदवारों के नाम लिस्ट जारी की गई। कांग्रेस ने रांची से यशस्विनी सहाय को उम्मीदवार बनाकर एक बड़ा सरप्राइज दिया है। चर्चा थी कि रांची लोकसभा सीट पर सुबोध कांत सहाय या राम टहल चौधरी ताल ठोक सकते हैं। लेकिन कांग्रेस ने रांची सीट पर भाजपा के उस फार्मूले को अपनाया, जिसको भाजपा ने चतरा में अपनाया था। फर्क इतना है कि भाजपा ने चतरा में दो बार के सीटिंग सांसद सुनील सिंह का टिकट काटकर कालीचरण सिंह को उम्मीदवार बनाया तो कांग्रेस ने रांची में सुबोध कांत सहाय की बेटी को तरजीह दी।
हेल्थ की वजह से लिया गया निर्णय
कांग्रेस ने पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय की बेटी को रांची लोकसभा सीट से टिकट दिया गया है। पहले तो सुबोधकांत खुद टिकट की रेस में आगे चल रहे थे, लेकिन इसी बीच उनकी उम्र और हेल्थ को लेकर पार्टी के ही कुछ नेताओं ने सवाल उठाए, जिसके बाद स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को उम्मीदवार बनाए जाने की चर्चा शुरू हुई। लेकिन पांच दशक तक एक्टिव पॉलिटिक्स में रहे सुबोधकांत सहाय ने अपनी जगह बेटी यशस्विनी के नाम को आगे बढ़ा दिया। उनकी ओर से तर्क दिया गया कि कांग्रेस पार्टी की ओर से अब तक एक भी कायस्थ जाति के उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया गया है। इसे ध्यान में रखते हुए कांग्रेस आलाकमान ने उनकी बेटी को उम्मीदवार बनाए जाने का फैसला ले लिया।
रामटहल चौधरी को भी मिलेगा सम्मान
इधर,बीजेपी उम्मीदवार की तौर पर पांच पर लोकसभा चुनाव जीत चुके रामटहल चौधरी ने भी टिकट की आस में ही कांग्रेस की सदस्यता ली थी। लेकिन पार्टी नेताओं का कहना है कि उन्हें पहले ही बता दिया गया था कि इस बार उन्हें लोकसभा चुनाव का टिकट नहीं मिलेगा, लेकिन उन्हें पार्टी में मान-सम्मान मिलेगा। साथ ही चुनाव के बाद उन्हें सरकार-संगठन में एडजस्ट करने का भरोसा दिलाया गया है।