द फॉलोअप डेस्कः
झारखंड में सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे छात्र अब आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं। शुक्रवार को सभी जिलों में छात्रों का संगठन मुख्यमंत्री का पुतला दहन करेंगे। वहीं, शनिवार को मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे। दरअसल झारखंड कर्मचारी चयन आयोग ने 21 और 22 सितंबर को जेएसएससी सीजीएल परीक्षा की तिथि निर्धारित की है। जबकि छात्रों का कहना है कि उस डेट में पहले से ही उत्पाद सिपाही, झारखंड फॉरेस्ट रेंज ऑफिसर समेत कई परीक्षाओं की तिथि निर्धारित है। ऐसे में आयोग कैसे उस परीक्षा को आयोजित कर पाएगा। छात्रों का यह भी कहना है कि सरकारी नौकरियों की तैयारी करने वाले कई अभ्यर्थी उत्पाद सिपाही, जेपीएससी समेत कई परीक्षाओं के लिए आवेदन किया है। ऐसे में वह छात्र कैसे परीक्षा में बैठ पाएगा।
2015 से अब तक पांच बार निकला विज्ञापन
यह एक ऐसी सरकारी भर्ती है जो 2015 से अब तक पांच बार निकाली जा चुकी है। अब तक निकाले गए पांच बार विज्ञापन किसी ना किसी वजह से रद्द होती रही है। सबसे पहले 2015 में इन पदों के लिए विज्ञापन निकाला गया जिसे में कई तरह की त्रुटि होने की वजह से झारखंड हाईकोर्ट ने इसे रद्द कर दिया। रद्द होने के बाद 2019 में आयोग ने एक बार फिर नये सिरे से विज्ञापन जारी किया। यह भी विज्ञापन झारखंड से मैट्रिक इंटर पास अनिवार्य किए जाने की वजह से रोक दी गई।
2021 में एक बार फिर नये सिरे से विज्ञापन निकाला गया। इस बार झारखंड हाई कोर्ट से नियोजित नीति रद्द होने की वजह से इसे रद्द करना पड़ा. जून 2023 में झारखंड कर्मचारी चयन आयोग ने एक बार फिर विज्ञापन निकाला गया जिसकी परीक्षा पहले 15 और 16 अक्टूबर 2023 को निर्धारित की गई मगर यह टल गई और 16-17 दिसंबर को इसे निर्धारित किया गया. मगर एजेंसी के द्वारा परीक्षा आयोजित करने से हाथ खड़े किए जाने के बाद इसे एक बार फिर टाल दिया गया. बाद में 28 जनवरी और 4 फरवरी 2024 निर्धारित हुआ। मगर 28 जनवरी को परीक्षा से पहले पेपर लीक ने आयोग की सारी तैयारी पर पानी फेर दिया और आखिरकार इसे रद्द करना पड़ा। ऐसे में विवादों के बीच आयोग ने एक बार फिर परीक्षा आयोजित करने का निर्णय लिया है।