द फॉलोअप डेस्क
झारखंड में मतदाता सूची का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम जून महीने से शुरू है। मतदाता सूची के आधार पर ही आगामी लोकसभा चुनाव का संचालन होगा। ऐसे में यह जरूरी है कि सभी योग्य नागरिकों का निबंधन इस प्रोग्राम के जरिये मतदाता सूची में कर लिया जाए। ताकि, एक भी वोटर मताधिकार से वंचित ना रहे। यह बातें झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने मंगलवार को निर्वाचन सदन में आयोजित प्रेस वार्ता में कही। उन्होंने कहा कि 2024 में होने वाले आम चुनाव के लिए केंद्रीय निर्वाचन आयोग तैयारियां कर रहा है।
5 जनवरी को होगा वोटर लिस्ट का प्रकाशन
बीएलओ के द्वारा राज्य भर में 21 जुलाई से 21 अगस्त तक यानि एक महीने घर-घर जाकर सत्यापन किया जाएगा। वोटर लिस्ट, फोटो मतदाता पहचान पत्र में त्रुटियों का निवारण 22 अगस्त से 29 सितंबर तक होगा। 17 अक्टूबर से 30 नवंबर तक मतदाता सूची में नाम और अन्य कार्यों से संबंधित दावा और आपत्ति संबंधी आवेदन दिए जा सकेंगे। इसके बाद पांच जनवरी 2024 को अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन किया जाएगा।
पुनरीक्षण कार्यक्रम में बढ़ी है वोटरों की संख्या
पिछले पांच पुनरीक्षण कार्यक्रम से मतदाताओं की संख्या बढ़ी है। इस संबंध में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि 10 जनवरी 2018 को पुनरीक्षण कार्यक्रम के बाद प्रकाशित मतदाता सूची में कुल वोटरों की संख्या 2,18,35,434 थी। इसी तरह 30 जनवरी 2019 को जारी सूची में एक फीसदी की वृद्धि के साथ यह संख्या 2,98,01,479 हो गया। 12 अक्टूबर 2019 को यह आंकड़ा 2,26,17,612 हो गया। 15 जनवरी 2021 को 2,35,39,328 वोटर हो गए। पांच जनवरी 2022 को सूची में 2,44,73,937 वोटर हुए। वहीं, पिछली जारी वोटर लिस्ट में कुल वोटरों की संख्या 2,45,29,841 हो गई।
कभी भी डुमरी विधानसभा उपचुनाव की हो सकती है घोषणा
डुमरी विधानसभा उपचुनाव को लेकर के. रवि कुमार ने कहा कि केंद्रीय निर्वाचन आयोग कभी भी इसकी घोषणा कर सकता है। मालूम हो कि पूर्व मंत्र जगरनाथ महतो के निधन के बाद से करीब दो महीने से अधिक समय से यह सीट खाली है। हालांकि, अभी आयोग की ओर से चुनाव को लेकर कोई निर्देश नहीं आया है।
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