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तालाब में मिला जवान बेटे का शव, 10 साल में 4 बेटा, पत्नी और पोती को खो चुका है यह शख्स

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द फॉलोअप डेस्कः 
धनबाद जिले के राजगंज पुलिस ने सोमवार को बागदाहा बड़का तालाब से एक शव बरामद किया। शव की पहचान लाठाटांड निवासी जानकी महतो के पुत्र उमेश कुमार महतो के रूप में हुई है। पिता ने बताया कि उमेश पांच दिनों से घर लाठाटांड नहीं आया था। इधर-उधर मजदूरी करता था। पिता ने बताया कि वह रविवार की दोपहर बाद अपने बुआ घर आया था। वहां खाना खाने के बाद कहीं निकला व वापस मुर्गा लेकर आया। उसने मुर्गा काटकर बुआ को दे दिया व यह कह कर घर से निकला कि कुछ पैसा लेकर आते हैं, और वह लौटकर नहीं आया। सोमवार को उसका शव आदिवासी टोला से सटे तालाब से मिला। 


प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, उमेश रविवार दोपहर बाद तालाब पर आया, कपड़े खोले व तालाब में कूद गया। उमेश शायद नशे में था। वह गहरे तालाब में इधर से उधर तैरने लगा, एक छोर से दूसरे छोर जाने लगा। इसके बाद दिखाई नहीं देने लगा। सोमवार सुबह तालाब किनारे रखा कपड़ा व चप्पल देख खोजबीन शुरू हुई। दोपहर बाद अचानक शव निकालने के बाद पहचान लाठाटांड के उमेश के रूप में की गयी। 


6 लोगों से बिछुड़ गया जानकी 
पिछले 10 सालों में जानकी चार पुत्रों की मौत हो गयी। जानकी के सबसे बड़े पुत्र की मौत ऊंचे पोल से गिरने के बाद हुई थी। करीब आठ वर्ष पूर्व एक और पुत्र लाठाटांड के चुमुकदह जोरिया में डूबने से हो गयी थी। इससे पहले जानकी के एक नवजात पुत्र की मौत बासुकीनाथ में मुंडन कार्यक्रम के दौरान ठंड लगने से हो गयी थी। वहीं जानकी महतो की पहली पत्नी की मौत गंभीर बीमारी से कुछ वर्ष पूर्व हो चुकी है। दूसरी पत्नी से कोई संतान नहीं है। जानकी के पुत्र उमेश (28) की शादी के बाद एक पुत्र ने जन्म तो लिया, लेकिन वह भी दिव्यांग है। वहीं डेढ़ वर्ष पहले एक पुत्री का जन्म हुआ था। उसे जन्मजात गंभीर बीमारी थी। कुछ माह पूर्व पुत्री की भी मौत हो गयी। लगातार घटना से जानकी अंदर से टूट गया है। लगभग 58 वर्षीय जानकी ने 10 साल में चार बच्चे, पत्नी, पोती समेत छह लोगों को अपने से बिछुड़ते देखा।