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राहत नहीं आफत बने स्मार्ट मीटर, चार माह से नहीं मिल रहा बिजली बिल

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द फॉलोअप टीम :

रांची में बिजली उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं, ताकि उन्हें समय पर बिल नहीं मिलने और नियमित बिलिंग नहीं होने की समस्या से निजात मिल सके। शहर में 3.5 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जाने हैं। एक लाख से अधिक स्मार्ट मीटर लगाए भी जा चुके है। लेकिन स्मार्ट मीटर लगने के बाद उपभोक्ताओं को जहां राहत मिलना चाहिए उन्हें परेशानी उठानी पड़ रही है। शहर में मेसर्स जीनस नाम की कंपनी स्मार्ट मीटर लगाने का काम कर रही है।

चार-पांच महीने से नहीं मिल रहा बिजली बिल 

आनन फानन में स्मार्ट मीटर तो लगाए जा रहे है लेकिन उन्हें विगत चार-पांच महीने से बिजली बिल नहीं मिल रहा है। हरमू, अशोक नगर, मेन रोड, हटिया, हिनू, डोरंडा, रातू रोड, पिस्का मोड़, हिंदपीढ़ी सहित कई इलाकों में बड़ी संख्या में उपभोक्ताओं को बिजली मिल नहीं मिल रहा है। जिन इलाकों में स्मार्ट मीटर लगाए गए है वहां स्थिति यह है कि 10 घर में से पांच घर के उपभोक्ता को ही बिजली बिल मिल रहा है वह भी तीन से चार महीने पर एक बार। वहीं जिन उपभोक्ताओं को बिजली बिल मिल भी रहा है, उन्हें चार-चार महीने का एक ही बार में बिल मिलने से परेशानी हो रही है। एक मुश्त उन्हें बड़ी रकम बिजली बिल के रूप में जमा करनी पड़ रही है।

स्मार्ट मीटर क्या होता है?

यह सामान्य मीटर की तरह ही होता है, पर इसमें चिप लगा हुआ होता है। जिसमें रियल टाइम बिजली की खपत बताई जाती है। लोड कितना है, यूनिट की स्पीड कितनी है, सबकुछ देखा जा सकता है। स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगने के बाद उपभोक्ताओं को मोबाइल की तरह ही मीटर को रिचार्ज कराना होता है। लेकिन अभी तक यह रांची में शुरू नहीं हो सका है। जबकि पड़ोसी राज्य बिहार में यह तेजी से लगाया जा रहा है। वहां उपभोक्ता के घर स्मार्ट मीटर लगने के साथ ही मोबाइल की तरह मीटर भी रिचार्ज हो रहा है।

सभी मीटरों को पंच करने का दिया गया है निर्देश : पीके श्रीवास्तव

रांची क्षेत्र के जीएम पीके श्रीवास्तव ने कहा कि अधिकारियों और जीनस कंपनी के लोगों को निर्देश दिया गया है कि सभी स्मार्ट मीटर को शीघ्र पंच करें, ताकि उपभोक्ताओं को समय पर बिल मिल सके। 1.08 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं। प्रीपेड सिस्टम के लिए सॉफ्टवेयर तैयार हो रहा है। मीटर लगाने में कोई परेशानी हो तो विभाग के वाट्सएप नंबर 94311-34682 पर उपभोक्ता शिकायत दर्ज करा सकते हैं।