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JSSC कार्यालय घेराव के दौरान हुई तोड़फोड़ मामले की जांच के लिए SIT का होगा गठन

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द फॉलोअप डेस्कः

जेएसएससी सीजीएल पेपर लीक मामले को लेकर हजारों की संख्या में छात्रों ने जेएसएससी कार्यालय का घेराव किया था। इस दौरान काफी तोड़फोड़ भी की गई थी। जिसके बाद पुलिस की तरफ से लाठीचार्ज की नौबत आ गई थी। 15 नामजद और 3 से 4 हजार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हुई है। अब मामले में ताजा अपडेट यह कि आज सीएम के साथ डीजीपी ने समीक्षा बैठक के दौरान कहा है कि जेएसएससी तोड़फोड़ मामले में एसआईटी का गठन किया जाएगा। बता दें कि छात्रों के तरफ से लगातार परीक्षा रद्द करने की मांग की जा रही थी साथ ही दोषी के ऊपर कार्रवाई और पेपर लीक की सीबीआई जांच की मांग की जा रही थी। एसआईटी गठन का फैसला आज मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के साथ हुई डीजीपी सहित अन्य वरीय अधिकारियों के साथ राज्य में विधि-व्यवस्था एवं अपराध नियंत्रण से संबंधित उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में लिया गया। 

मुख्यमंत्री सोरेन ने अधिकारियों से कहा कि अपराध मुक्त झारखंड, राज्य सरकार की प्राथमिकता है। बैठक में अधिकारियों द्वारा मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि पिछले दिनों नामकुम थाना अंतर्गत असामाजिक तत्वों के द्वारा जेएसएससी बिल्डिंग में तोड़फोड़ की घटना को अंजाम दिया गया है, जिसपर पुलिस प्रशासन द्वारा एफआईआर दर्ज किया जा चुका है और अनुसंधान भी जारी है। मुख्यमंत्री ने मामले की गंभीरता को देखते हुए इस संबंध में एसआईटी गठित करने का निर्देश अधिकारियों को दिया है।

इन लोगों पर केस दर्ज 
झारखंड स्टेट स्टूडेंट यूनियन के अध्यक्ष देवेंद्र नाथ महतो, मनोज यादव, प्रेम नायक, महेंद्र प्रसाद, लक्की रामू, संजय मेहता, रविंद्र महतो, यूगेन महतो उर्फ योगेस चंद्र भारती, बेबी महतो, विनय मेहता, महोन्द्र प्रसाद महतो, विशाल पॉल, चंदन, सायना परवीन देव महतो सहित 3000 से 4000 अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध गाली गलौज, सरकारी संपत्ति को क्षतिग्रस्त करने, पुलिस कर्मी एवं मिडिया कर्मियों से मारपीट और सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करने के आरोप में विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है।

पुलिसकर्मियों पर पत्थरबाजी का आरोप 
प्राथमिकी के अनुसार प्रदर्शन कर रहे लोगों ने तैनात आरक्षी सुनील कुमार झा, चयन आयोग के अध्यक्ष नीरज सिन्हा, दैनिक अखबार एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकार सहित अन्य पुलिस कर्मियों पर पत्थरबाजी और मारपीट की।  इसके साथ ही अध्यक्ष की कार एवं चयन आयोग के कार्यालय को क्षतिग्रस्त करने का आरोप है.