द फॉलोअप डेस्क
फोरेंसिक फाइनेशियल रिसर्च फर्म हिंडेनबर्ग ने बुधवार को अडाणी ग्रुप को लेकर एक रिपोर्ट जारी किया। जिसके बाद अडाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयर्स में काफी गिरावट देखने को मिली है। रिपोर्ट में बताया गया कि अडाणी ग्रुप की सभी 7 प्रमुख लिस्टेड कंपनियों पर काफी ज्यादा कर्ज का बोझ है। रिपोर्ट जारी होने के बाद दुनियाभर के फाइनांसियल गतिविधियों पर नजर रखने वाली कंपनीयां और निवेशकों को चौंका दिया है। वहीं, अडाणी कंपनी के शेयर्स में लगातार गिरावट देखने को मिल रहा है। बता दें कि शुक्रवार को शेयर बाजार में अडाणी पोर्ट्स के शेयर्स में 24 प्रतिशात और अडाणी ट्रांसमिशन के शेयर्स में 20 प्रतिशत से अधिक गिरावट देखने को मिला है। इस गिरवाट की वजह है हिंडेनबर्ग का रिपोर्ट। हिंडेनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में अडाणी ग्रुप पर धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है। जिसका काफी बड़ा असर अडाणी ग्रुप पर पड़ा है। बताया जा रहा है कि अडाणी की नेटवर्थ बुधवार से अब तक यानी तीन दिनों में 10 प्रतिशत से अधिक की कमी हो गई। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स की माने तो अडाणी को करीब 1.44 लाख करोड़ से ज्यादा का नुकसान हो गया है। इस के साथ ही कंपनी की मार्केट कैप में भी कमी आई है। जिसके कारण निवशकों का करोड़ों रूपये डूब गया।
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अपनी रोपोर्ट पर कायम-हिंडेनबर्ग
हिंडेनबर्ग ने बुधवार को अडाणी ग्रुप का रिपोर्ट जारी कर बताया कि ग्रुप की सभी कंपनियों के शेयर 85 प्रतिशत से ज्यादा ओवरवैल्यूड हैं। रिपोर्ट के मुताबिक अडाणी ग्रुप शेयरों में हेरफेर करने के अलावा अकाउंटिंग में धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है। रिपोर्ट में बताया कि ग्रुप कई दशकों से मार्केट मैनिपुलेशन, अकाउंटिंग फ्रॉड और मनी लॉन्ड्रिंग कर रहा है। हालांकि, अडाणी ग्रुप के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) जुगशिंदर सिंह ने इस रिपोर्ट को बेबुनियाद बताया है। उन्होंने कहा कि हिंडनबर्ग रिसर्च ने हमसे इस संबंध में संपर्क नहीं किया और ना ही इस पर वेरीफाई करने का प्रयास किया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह रिपोर्ट गलत सूचनाओं से भरा है। इस दौरान अडाणी ग्रुप की तरफ से हिंडेनबर्ग रिसर्च के खिलाफ मुकदमा करने की चेतावनी भी दी गई। जिसके बाद हिंडनबर्ग ने कहा कि यदि अडाणी ग्रुप मुकदमा करती है तो वह पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि अगर अडाणी ग्रुप इसे लेकर गंभीर है तो उन्हें अमेरिका में भी मुकदमा दायर करना चाहिए। वहीं, उन्होंने कहा कि वह अपनी रोपोर्ट पर कायम हैं।
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