रांची:
साहेबगंज डीएमओ विभूति कुमार ने ईडी से 15 दिन का समय और मांगा है। निलंबित खान सचिव पूजा सिंघल के खिलाफ मनी लाउंड्रिंग मामले में ईडी ने साहेबगंज डीएमओ को पूछताछ के लिए बुलाया था। पहले वे अपनी बेटी की शादी को आधार बनाकर 20 मई तक ईडी का सामना करने से बचते रहे. अब जब उनको ईडी के समक्ष पेश होना था, तब दोबारा उन्होंने इससे बचने के लिए 15 दिन का और समय मांग लिया है. विभूति कुमार ने ईडी से अनुरोध किया है कि उन्हें और 15 दिन दिया जाय जबकि उन्होंने अपनी बेटी की शादी के बाद 21 मई से अपने कार्यालय में योगदान भी दे दिया है.
ईडी के साथ साहिबगंज डीएमओ की लुका-छिपी
अब सवाल यह है कि आखिर क्यों साहेबगंज के डीएमओ ईडी के साथ लुका-छिपी का खेल खेल रहे हैं. जिस तरीके से पाकुड़ और दुमका के डीएमओ ने पूरे संथाल में अवैध खनन कारोबार में पंकज मिश्रा का नाम लिया था, इसके बाद यह उम्मीद जताई जा रही है कि साहेबगंज के डीएमओ से पूछताछ में ईडी को बड़ी सफलता मिल सकती है. पूछताछ में बड़े नामों का खुलासा हो सकता है क्योंकि यह समझा जा रहा है कि संथाल इलाके में अवैध खनन कारोबार का केंद्र साहेबगंज ही है. यहीं से इस पूरे कारोबार को कंट्रोल किया जाता है. चूंकि पंकज मिश्रा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का विधायक प्रतिनिधि है. ऐसे में वह अपने रुतबे का इस्तेमाल कर भ्रष्टाचार के इस पूरे नेक्सेस को कंट्रोल करता है.
तीन जिलों के डीएमओ को किया गया था तलब
निलंबित खान सचिव पूजा सिंघल के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में ईडी ने दुमका, पाकुड़ और साहेबगंज के डीएमओ को बुलाया था. साहेबगंज के डीएमओ इकलौते अधिकारी हैं जिनसे ईडी ने अवैध खनन के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में पूछताछ नहीं की है.
साहिबगंज डीएमओ से नहीं हो पाई है पूछताछ
पूजा सिंघल की रिमांड अवधि बढ़ाने के पीछे का एक बड़ा आधार यह भी है कि अब तक साहेबगंज डीएमओ से पूछताछ नहीं हो पाई है. छापेमारी में मिले दस्तावेजों और पूजा सिंघल से पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर ईडी को उम्मीद है कि साहेबगंज डीएमओ के जरिये भ्रष्टाचार के केंद्र तक पहुंचा जा सकता है. बार-बार डीएमओ विभूति कुमार की ओर से ईडी के सामने पेश होने से बचने के तरीकों ने इस कयास को और मजबूत किया है. खैर, फिलहाल यह देखना होगा कि क्या ईडी दोबारा साहेबगंज डीएमओ को वक्त देती है या फिर तुरंत हाजिर होने का फरमान सुनाती है.
अवैध खनन मामले में पंकज मिश्रा का नाम
वैसे भी। ये पहली बार नहीं है जब अवैध खनन से जुड़े मामले में विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा का नाम आया हो। पंकज मिश्रा का नाम विपक्ष द्वारा आयोजित प्रेस वार्ता में कई बार सुना गया है। हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आरोप लगाया था कि पंकज मिश्रा ने ना केवल अपने नाम से बल्कि अपने ससुराल पक्ष के संबंधियों के नाम पर भी अवैध तरीके से खनन पट्टा का लीज हासिल किया। चर्चा है कि एक बार साहिबगंज डीएमओ से पूछताछ हुई तो कई चेहरे बेनकाब होंगे।