द फॉलोअप डेस्क, रांची:
राज्यपाल से मुलाकात करने राजभवन पहुंचे सत्ताधारी दल के विधायकों को बाहर ही रोक दिया गया है। 3 गाड़ियों में सवार होकर कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मोर्चा और आरजेडी के विधायक राजभवन पहुंचे थे लेकिन उन्हें यह कहकर रोक दिया गया कि आपको किसने समय दिया। विधायकों ने कहा कि हमने फैक्स भेजा था। इस बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सीधे राजभवन के भीतर पहुंच गये। इधऱ, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने बताया कि सर्वसम्मति से चंपाई सोरेन को विधायक दल का नेता चुन लिया गया है।
विधायकों ने हेमंत सोरेन के समर्थन में नारेबाजी की
जब विधायकों को राजभवन के मुख्य द्वार पर रोका गया तो उन्होंने हेमंत सोरेन के समर्थन में नारेबाजी करना शुरू कर दिया। विधायकों ने यह भी कहा कि राजभवन परिसर से बाहर निकालकर हमें अपमानित किया गया है। हम चुने हुए जनप्रतिनिधि हैं। इसी बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मुस्कुराते हुए राजभवन के अंदर गये। उन्होंने पत्रकारों की ओर हाथ हिलाया और पूरे कॉन्फिडेंट नजर आये। मुख्यमंत्री राज्यपाल को इस्तीफा सौपेंगे और प्लान है कि साथ ही साथ विधायकों की परेड भी करा ली जाए और शपथ ग्रहण का समय मांगा जाये।
राज्यपाल के सामने विधायकों की परेड कराने की मांग की
इस बीच वरीय झामुमो विधायक स्टीफन मरांडी ने मीडिया के सामने आकर इस बात की पुष्टि की कि, सर्वसम्मति से चंपाई सोरेन को विधायक दल का नेता चुन लिया गया है। बता दें कि मंगलवार को दोपहर तक कल्पना सोरेन के नाम की चर्चा थी लेकिन उनके नाम पर आम सहमति नहीं बन पाई। परिवार में बगावत हो गई। सीता सोरेन ने खुलकर विरोध जता दिया। वहीं कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री बनाने में तकनीकी अड़चनें भी थी।