खूंटीः
भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली उलिहातू में मंगलवार को पैर रखने तक की जगह नहीं थी। पहली बार किसी राष्ट्रपति के कदम यहां पड़े थे। बिरसा मुंडा के वंशजों ने उनकी खूब खातिरदारी की। उनके वंशजों ने कांसे की थाली में उनके पांव धोए। पारंपरिक रीति-रिवाज से जेठा पाहन ने पूजापाठ कराया। लोगों का वश नहीं चल रहा था कि वो अपने राष्ट्रपति को पलकों पर बिठा लेते। इसी बीच एक खास उपहार ड्रैगन फ्रूट रहा। दरअसल राष्ट्रपति के साथ इस बार खूंटी का ड्रैगन फ्रूट भी उपहार स्वरूप गया है।
10 किलो ड्रैगन फ्रूट भिजवाया
दरअसल मुरहू प्रखंड के हेठागोवा गांव में जूड़न सिंह मुंडा ड्रैगन फ्रूट की खेती करते हैं। यह फल खासतौर चीन और थाईलैंड में उगाया जाता है। लेकिन झारखंड में भी इसकी मांग और पैदावार का प्रचलन तेजी से बढ़ रहा है। राष्ट्रपति को उपहार में देने के लिए जूड़न सिंह मुंडा ने 10 किलो ड्रैगन फ्रूट भिजवाया था। जिला प्रशासन के माध्यम से इस फल को भिजवाया था। उन्होंने बताया कि हमने राष्ट्रपति को उपहार स्वरूप यह दिया है। मुझे खुशी है कि राष्ट्रपति को मैं उपहार स्वरूप ड्रैगन फ्रूट दे पाया।