द फॉलोअप डेस्कः
सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिये चाइल्ड पॉर्नोग्राफी परोसने का मामला सामने आया है। कुछ अज्ञात लोगों के द्वारा पैसे लेकर सोशल मीडिया पर चाइल्ड पॉर्नोग्राफी उपलब्ध करवाया जा रहा है। मामला सामने आने के बाद झारखंड सीआईडी जांच में जुट गई है। अब सवाल है कि यह मामला सामने आया कैसे तो बता दें कि रांची में कार्यरत एक बाल अधिकार कार्यकर्ता को यह जानकारी मिली थी कि टेलीग्राम चैनल के जरिए चाइल्स पॉर्न वीडियो एवं स्कॉट सर्विस के नाम से ओपन ग्रुप संचालित है। ग्रुप का सदस्य कोई भी व्यक्ति बन सकता है। बाल अधिकार कार्यकर्ता के अनुसार 28 अगस्त की सुबह 10.41 बजे उन्हें टेलीग्राम के इसी ओपन ग्रुप में मैसेज आया कि चाइल्ड सेक्स पॉनोग्राफी वीडियोज चाहिए क्या, जवाब में हा लिखने पर एक लिंक दिया गया, जिसमें डेमो वीडियो आया, इसके बाद 220 रुपये में 8000 से ज्यादा वीडियोज देने की बात कही गई।
सीआईडी से की गई शिकायत
मामले की तह तक जाने के लिए बाल अधिकार कार्यकर्ता ने एक संस्था के द्वारा यूपीआई के जरिए ओपन ग्रुप वाले को पैसे का भुगतान कर दिया, जिसके बाद ओपन ग्रुप के द्वारा चाइल्ड पॉर्नोग्राफी के छह लिंक भेजे गए। मामले की गंभीरता को देखते हुए बाल अधिकार ने तुरंत सीआईडी डीजी से शिकायत की, कार्यकर्ता के द्वारा सभी छह लिंक और मोबाइल नंबर सीआईडी को सौंपे गए है। सीआईडी अब पूरे मामले की जांच में जुटी है। अब तक की जांच में यह बात सामने आई है कि किसी सूर्या भाई नाम के व्यक्ति का मोबाइल नंबर के जरिए टेलीग्राम एप चलाया जा रहा है। इस मामले में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग, राष्ट्रीय महिला आयोग को भी पत्राचार किया गया है।
क्या कहते हैं अधिकारी
सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिए चाइल्ड पॉर्नोग्राफी का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार टेलीग्राम एप के जरिए कई ग्रुप्स बनाकर चाइल्स पॉर्न कंटेट परोसा जा रहा है। राजधानी के कई लोग ऐसे कंटेंट खरीद भी रहे हैं। रांची के एक बाल अधिकार कार्यकर्ता के द्वारा इस मामले में स्टिंग कर इसका खुलासा किया गया है। इसके बाद इस मामले की जानकारी सीआईडी डीजी और सीआईडी के साइबर क्राइम थाने को दी गई. लिखित शिकायत दर्ज किए जाने के बाद अब सीआईडी पूरे मामले की जांच कर रही है। चाइल्ड पॉर्नोग्राफी परोसने के मामले में दिल्ली के सूर्या नाम के व्यक्ति की संलिप्तता बतायी जा रही है।