रांची:
झारखंड में ईडी के अधिकारियों के खिलाफ साजिश रचने के मामले में गुरुवार को रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार के अधीक्षक हामिद अख्तर से पूछताछ हुई। पूछताछ के दौरान जेल अधीक्षक ने माना कि उन्होंने रांची से आर्म्स लाइसेंस हासिल किया है। उनसे एजेंसी ने करीब 7 घंटे से पूछताछ की। जानकारी के अनुसार गुरुवार को हामिद अख्तर ईडी ऑफिस में प्रेम प्रकाश और अमित अग्रवाल मुलाकातियों की सूची के साथ पहुंचे थे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हामिद अख्तर ईडी को पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे हैं। उन्हें दोबारा समन किया जा सकता है। जानकारी हो कि इस केस में पहले ही जेलर और जेल के बड़ा बाबू से पूछताछ हो चुकी है। अब ईडी जेल के तीनों अफसरों के बयानों का मिलान करवाएगी।
जेल आईजी को भेजा जाएगा पत्र
ईडी के द्वारा जेल अफसरों की भूमिका को लेकर जेल आईजी से भी पत्राचार किया जाएगा। जेल के अफसरों ने पद का दुरूपयोग किया। इसके बदले वे ईडी के आरोपियों से लाभांवित हुए। इसकी जानकारी जेल आईजी के साथ शेयर की जाएगी। साथ ही जेल अफसरों व कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए भी ईडी पत्राचार करेगी।
झारखंड में कई मामलों की चल रही है जांच
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय झारखंड में अभी खनन घोटाला, मनरेगा घोटाला, टेंडर कमीशन घोटाला और जमीन घोटाला सहित मनी लॉन्ड्रिंग केस की जांच चल रही है। मामले में प्रेम प्रकाश, छवि रंजन, भानुप्रताप प्रसाद, अमित अग्रवाल और पूजा सिंघल सहित 1 दर्जन से ज्यादा आरोपी बंद हैं। ईडी ने छापे के बाद खुलासा किया था कि प्रेम प्रकाश नक्सलियों और गैंगस्टरों के साथ मिलकर ईडी अधिकारियों के खिलाफ साजिश कर रहा था। अधिकारियों को झूठे मामले में फंसाने की भी साजिश थी।
यह सारी रिपोर्ट ईडी ने गृह मंत्रालय को सौंपी है। अब प्रेम प्रकाश और अमित अग्रवाल को राज्यबदर करने की तैयारी चल रही है। उन्हें दूसरे राज्यों की जेल में शिफ्ट किया जा सकता है।
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