रांचीः
बिरसा चौक के ठीक बगल से जो रेलवे लाइन गुजरी है। वहां अतिक्रमण किया गया है। करीब 50 से 60 घर ऐसे हैं जिसका अवैध रूप से निर्माण किया गया है। प्रशासन का कहना है कि यहां रह रहे लोगों को पिछले 2 साल से रेलवे नोटिस दे रही है लेकिन इसके बावजूद इन लोगों ने यह स्थान खाली नहीं किया। जबकि यह जमीन रेलवे की है। आज प्रशासन दो बुलडोजर के साथ घरों को तोड़ने पहुंच गई। प्रशासन कहती है कि कल रात में भी अनाउंसमेंट करा दिया गया था कि सुबह घर तोड़ा जाएगा। फिर भी यह लोग सतर्क नहीं हुए। इसलिए आज घरों को तोड़ा जा रहा है।
सुबह टीम आते ही गिराने लगी घर
इधर जिन लोगों का घर टूटा है उनका कहना है की रात में नोटिस दिया जाता है और सुबह रेलवे की टीम घर तोड़ने आ जाती है। ऐसे में हम ठंड के मौसम में इतनी जल्दी सारा सामान लेकर कहां जाए। सुबह भी टीम आई और आते ही धड़ाधड़ बुलडोजर चलाना शुरु कर दिया। सामान जैसे का तैसा पड़ा ही था और घर गिराया जाने लगा। ऐसे में जिन घरों को सबसे पहले तोड़ा गया उन घरों के कुछ सामान भी मलबे के अंदर दब गए। उन लोगों की मांग है कि प्रशासन की तरफ से उन्हें रहने के लिए कहीं जगह दी जाए। लेकिन फिलहाल यह लोग कहां जाएंगे इसका जवाब किसी के पास नहीं है। एक बड़ा सवाल यह भी है कि जब इन स्थानों पर अवैध निर्माण होता है। उस वक्त इन्हें क्यों नहीं रोका जाता।