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झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर रघुवर दास ने कही बड़ी बात, बोले- अति आत्मविश्वास बना हार का कारण

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द फॉलोअप डेस्कः

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास 10 जनवरी को बीजेपी की सदस्‍यता ग्रहण करेंगे। वहीं इसके बाद से वह झारखंड की राजनीति में पूरी तरह से सक्रिय हो जाएंगे। इसी बीच उन्होंने झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर बड़ी बात कही है। उन्होंने भाजपा की करारी हार को लेकर बड़ी बात कह दी है। दरअसल उन्होंने दैनिक भास्कर अखबार के जमशेदपुर के कुमार भवानंद के साथ खास बातचीत में बड़ी बेबाकी से कहा है कि अति आत्मविश्वास पार्टी की हार का कारण बना। बता दें कि 2024 का विधानसभा चुनाव रघुवर दास के बगैर झारखंड में लड़ा गया जिसका परिणाम अच्छा नहीं आया। यही वजह है कि जिस तरीके से झारखंड में बीजेपी को करारी हार मिली है, उसको देखते हुए बीजेपी की ओर से रघुवर दास को एक बार फिर से झारखंड की राजनीति में वापस लाया गया है। रघुवर दास की फिर से राजनीति में एंट्री के बाद कई तरह के कयास लगाने शुरू हो गये हैं। इन्हीं कयासों को लेकर जब कुमार भवानंद ने उनसे पूछा कि क्या आपको राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जाएगा। तो इसपर उन्होंने कहा है कि इस संबंध में मुझसे किसी ने बात नहीं की है। हां, यह मैं कह सकता हूं कि झारखंड की सेवा करना मेरे जीवन का उद्देश्य है। भविष्य में मैं कार्यकर्ता के रूप में पार्टी को मजबूत करने में कोई कसर नहीं छोड़ूंगा। मैं जमीन से जुड़ा व्यक्ति हूं। इसलिए धरातल की बात करता हूं। पार्टी के किसी भी फैसले को स्वीकार करने के लिए तैयार हूं। 


आगे जब उनसे पूछा गया कि क्या आप प्रदेश अध्यक्ष पद के आप दावेदार होंगे? इसपर भी उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि बिल्कुल नहीं। मैं तो सेवा के लिए यहां लौटा हूं। लोगों के बीच जाऊंगा। संगठन के साथ मिल कर काम करूंगा। बतौर प्रदेश अध्यक्ष पहले भी में मैंने पार्टी के सांगठनिक ढांचे को मजबूत करने के लिए हर संभव प्रयास किया था। मुख्यमंत्री के तौर पर भी लोगों की सेवा की है। पार्टी का आदेश सर्वोपरि है। उनसे जब पूछा गया कि पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार के प्रमुख कारण क्या रहे? इसपर उन्होंने कहा कि साफ-साफ कहूं तो चुनाव से पहले हर कोई मान रहा था कि हम सत्ता में लौटेंगे। जीत के प्रति अतिआत्मविश्वास के कारण चूक हुई। हमें निचले स्तर तक पहुंचाना चाहिए था। भाजपा के अंदर इस पर समीक्षा हो चुकी है। तय मानिए कि पार्टी अपनी कमजोरियों से सबक लेकर आगे बढ़ेगी। 


कथित बांग्लगादेशी घुसपैठ को लेकर भी कुमार भवानंद ने उनसे सवाल पूछा है इसपर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा है कि  यह बड़ा मुद्दा है। पर पार्टी के इस मुद्दे पर जनता का रुख विपरीत था। जनता ही तय करती है कि उनके लिए क्या मुद्दा है। बता दें कि 2024 का विधानसभा चुनाव रघुवर दास के बगैर झारखंड में लड़ा गया। हालांकि रघुवर दास की जगह पूर्वी सिंहभूम सीट से उनकी पुत्रवधू पूर्णिमा दास साहू को टिकट दिया गया था, जिसपर उन्होंने जीत हासिल की है। वही अब एक बार फिर से रघुवर दास झारखंड की राजनीति में दहाड़ते हुए दिखेंगे।

 
ओडिशा के पूर्व राज्यपाल व झारखंड के पूर्व सीएम रघुवर दास के लिए 10 जनवरी का दिन बहुत खास होगा। क्योंकि इस दिन वह दूसरी बार बीजेपी की सदस्यता लेंगे। सदस्यता ग्रहण कार्यक्रम प्रदेश भाजपा कार्यालय में होगा. इस दौरान पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे। राज्यपाल पद से इस्तीफा देने के बाद से ही श्री दास के सक्रिय राजनीति में आने के कयास लगाये जा रहे हैं। राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि इन्हें पार्टी में कोई महत्वपूर्ण जिम्मेवारी दी जा सकती है. रघुवर दास फिलहाल जमशेदपुर में हैं. चर्चा है कि  वह आठ जनवरी को रांची आयेंगे.