रांचीः
बुधवार को रायपुर में राज्यपाल ने एक बयान दिया कि झारखंड में एकाध एटम बम फट सकता है। इसके बाद से राज्य की सियासत में खलबली मच गई है। राज्यपाल के समर्थन में भाजपा के प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि जेएमएम के नेताओं की बुद्धि पर तो 21 तोपों की सलामी बनती है। वो राज्यपाल के उस बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं जो मुझे लगता है नैसर्गिक न्याय से भी एक कदम आगे बढ़कर है। राज्यपाल के बयान पर टिप्पणी करना किसी को शोभा नहीं देता है। तीर धनुष चलाने वाली बात जेएमएम की तरफ से उनकी ओछी मानसिकता को दर्शाता है।
हम नहीं कर रहे सरकार गिराने की कोशिश
राज्यपाल ने मंतव्य के लिए जो दूसरा ओपिनयन मांगा है उसके लिए जेएमएम को राज्यपाल की सराहना करनी चाहिए। इनको किसी चीज का डर है। हमने तो कभी सरकार को अस्थिर करने की कोशिश नहीं की है। ये खुद ही कभी अपने विधायकों पर एफआईआर करके आरोप लगाते हैं तो कभी फल विक्रेता पर सरकार गिराने का आरोप लगाते हैं। तीन साल में ये सरकार पूरी तरह से अनपॉपुलर हो गये हैं। राजभवन ने एक कदम आगे बढ़कर एक ऐसा अनुकरणीय उदाहरण पेश किया है उसके लिए जेएमएम को ताली बजानी चाहिेए कि उन्होंने दोबारा ओपीनियन मांगी है नहीं तो पहली बार में ही फैसला ले सकते हैं। आगे उन्होंने कहा कि इनके लिए आदिवासियों की भलाई का मतलब केवल सोरेन परिवार की भलाई है। लेकिन हां हेमंत सोरेन की एक काम की तारीफ करनी चाहिए क्योंकि वो अपने पितृपक्ष और ससुराल पक्ष दोनों को बैलेंस कर रहे हैं। अपने भाई को इन्होंने खदान दिया तो अपनी साली को भी जमीन दिलवा दिया। हम सरकार गिराने की कोई कोशिश नहीं कर रहे हैं जनता सब जानती है, यह सरकार समय आने पर खुद ही गिर जाएगी।