द फॉलोअप डेस्कः
धुर्वा डैम साइड निवासी प्रदीप तिवारी 1932 आंदोलन का शुरू से विरोध करते दिखे हैं। वह 1932 आंदोलन के विरोध में हमेशा मुखर रहे हैं। इस वजह से उनको फोन पर धमकी भी मिल रही है। प्रदीप तिवारी ने धुर्वा थाने में आवेदन देकर बताया है कि वह 16 मई को धुर्वा बस स्टैंड से अपने दोस्त से फोन पर बात करते हुए अपने घर की तरफ जा रहे थे। उसी वक्त उनके फोन पर एक नंबर से फोन आया। ट्रूकॉलर में वह नंबर एसपी कानपुर के नाम से शो हो रहा था। प्रदीप तिवारी ने अपने मित्र का फोन काट कर उस नंबर पर कॉल बैक किया तो उधर से एक शख्स ने फोन उठाया और पूछा कहां हो। इसपर प्रदीप ने पूछा आप कौन तो वह धमकी भरे अंदाज में कहने लगा जयराम महतो का सपोर्ट करो और 1932 का विरोध करना बंद करो। नहीं तो तुम्हारे पूरे परिवार को उसका बुरा अंजाम भुगतना पड़ेगा।
6 महीने पहले भी आया था कॉल
प्रदीप तिवारी ने थाने में दिए आवेदन में यह भी कहा है कि उस शख्स ने उनके साथ आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग भी किया। इसके बाद उन्होंने फोन काट दिया और नंबर को ब्लैक लिस्ट कर दिया। इसके बाद भी उसी नंबर से उनके मोबाइल पर दो बार फोन किया गया। उन्होंने कहा है कि 6 महीने पहले भी उन्हें इसी नंबर से फोन आया था और 1932 विरोधी आंदोलन छोड़ने के लिए धमकी दी गई थी। प्रदीप तिवारी ने इस मामले पर संज्ञान लेने के लिए धुर्वा थाना में आवेदन देकर उचित कार्यवाही की मांग की है।
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