जामताड़ा
पुलिस ने सात वर्षों से साइबर ठगी में संलिप्त पांच हाईटेक अपराधियों को गिरफ्तार किया है। शनिवार को साइबर थाना परिसर में आयोजित प्रेस वार्ता में पुलिस अधीक्षक राजकुमार मेहता ने इस कार्रवाई की जानकारी दी।
एसपी ने बताया कि पकड़े गए अपराधी अत्यंत आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल कर बिना ओटीपी के ही लोगों के बैंक खातों से पैसे निकाल लेते थे। इनकी गिरफ्तारी पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती थी, क्योंकि ये अपराधी लगातार पुलिस को चकमा दे रहे थे और दावा करते थे कि उनकी कार्यप्रणाली से उन्हें पकड़ा नहीं जा सकता।
गिरफ्तार अपराधी दो अलग-अलग गिरोहों से जुड़े हैं। अच्छी बंगाली भाषा बोलने की दक्षता के कारण इनका मुख्य निशाना पश्चिम बंगाल के लोग थे, हालांकि महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में भी ये लोगों को ठगी का शिकार बना चुके हैं। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि प्रशिक्षु डीएसपी चंद्रशेखर के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाकर छापामारी की गई, जिसमें इन पांचों अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से 14 एंड्रॉयड मोबाइल फोन, 18 फर्जी सिम कार्ड और दो मोटरसाइकिलें बरामद की गई हैं।
एसपी ने बताया कि फिलहाल गिरफ्तार अपराधियों के नाम सार्वजनिक नहीं किए जा रहे हैं, क्योंकि उनके माध्यम से उन मास्टरमाइंड तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है, जो अभी फरार हैं।