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झारखंड में माननीयों को पढ़ने में दिलचस्पी नहीं, हैरान करते हैं विधानसभा लाइब्रेरी के आंकड़े

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द फॉलोअप डेस्कः
झारखंड विधानसभा के सदस्यों को पुस्तकों में रूची नहीं है, यह बात हम नहीं बल्कि विधानसभा पुस्तकालय में माननीयों के पुस्तकालय की सदस्यता की संख्या देखकर पता चलता है। दरअसल 82 विधायकों वाली विधानसभा में मात्र नौ विधायक ही लाईब्रेरी के सदस्य है। जिसमें वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव, पूर्व मंत्री और वर्तमान विधायक सरयू राय, प्रदीप यादव, विनोद कुमार सिंह, दीपिका पांडेय सिंह, डॉ लंबोदर महतो, अंबा प्रसाद, पूर्णिमा नीरज सिंह और आलोक चौरसिया शामिल है। बता दें कि लाइब्रेरी में 16 हजार से ज्यादा पुस्तकें हैं। इसी साल मार्च में 800 पुस्तकें खरीदी गई है। 400 और पुस्तकें खरीदने की प्रक्रिया चल रही है। हर विधा की पुस्तकें यहाँ उपलब्ध है। सैंकड़ों पत्र और पत्रिकाएं भी नियमित रूप से आती है। इसके बावजूद माननीयों की इसमें कम रुचि है। सबसे दिलचस्प बात यह है कि झारखंड विधानसभा के वैसे माननीय जो सदन में बहस और चर्चा के दौरान तर्क, तथ्य, आंकड़े और ज्ञान का समावेश रखते हैं, अधिकतर वैसे ही सदस्य पुस्तकों के प्रेमी है। 


किसने कौन सा किताब लिया 
जो जानकारी है उसके मुताबिक विधायक विनोद कुमार सिंह ने कैफी आजमी की लिखित मेरी आवाज सुनो तो, लंबोदर महतो ने संसदीय व्यवस्था, विधायक आलोक चौरसिया ने झारखंड परिदृष्य, दीपिका पांडेय सिंह ने जहाज के पंछी, मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने प्रोसीडिंग ऑफ पार्लियामेंट, विधायक सरयू राय ने रामधारी सिंह दिनकर की पुस्तकें लाईब्रेरी से इशू कराई है। बता दें कि झारखंड विधानसभा का पुस्तकालय को जल्द ही ई-ग्रंथालय में परिवर्तित किया जायेगा। पुस्तकालय प्रबंध समिति के पदाधिकारी संयुक्त सचिव मधुकर भारद्वाज ने बताया कि पिछले दो सालों से इसकी कवायद चल रही है। 

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