रांची
सीएम चंपाई सोरेन ने आज पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अद्यतन कार्य प्रगति की समीक्षा बैठक में कहा कि शौचालय निर्माण योजना को अबुआ आवास से जोड़ें। सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जल जीवन मिशन (हर घर जल) ग्रामीण के अंतर्गत छोटी-बड़ी जितनी भी योजनाएं ली गई हैं, उन योजनाओं को निर्धारित समय सीमा के अंतर्गत अवश्य पूरा करें। सीएम ने निर्देश दिया कि वैसे सभी घर जहां नल से जल पहुंचाया गया है, समीक्षा करें कि योजना के तहत लगाए गए नलों में जल की उपलब्धता है या नहीं। सीएम ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत आच्छादित सभी घरों में अनिवार्य रूप से पानी पहुंचे यह सुनिश्चित की जाए। जल जीवन मिशन प्रत्येक घर में नल से जल पहुंचाने निमित्त एक महत्वपूर्ण योजना है। हमारी सरकार पूरी तत्परता के साथ पेयजल समस्या का समाधान करने का प्रयास कर रही है।
लापरवाह एजेंसी पर कार्रवाई का निर्देश दिया
सीएम ने कहा कि पंचायत स्तर पर स्वीकृत नए नलकूपों के कार्य प्रगति में तेजी लाएं। खराब पड़े नलकूपों की मरम्मती कार्य भी अवश्य कराएं। सीएम ने कहा कि बरसात के मौसम में लोगों को शुद्ध पेयजल की समस्या किसी भी हाल में नहीं होनी चाहिए। सीएम ने अधिकारियों से कहा कि भविष्य में पेयजल संकट से बचने के लिए विभाग विशेष कार्य योजना भी बनाएं। सीएम ने अधिकारियों से कहा कि सरायकेला-खरसावां जिला अंतर्गत इंटागढ़ तथा डूडरा कमलपुर में विश्व बैंक संपोषित जलापूर्ति योजना 2023 में ली गई थी, परंतु एजेंसी की लापरवाही के वजह से यह योजना पूरी नहीं हो सकी, जिस एजेंसी द्वारा लापरवाही बरती गई है विभाग उस पर कार्रवाई सुनिश्चित करें तथा नई स्वीकृति कराकर इस जलापूर्ति योजना को पूर्ण कराया जाए।
गोबर गैस प्लांट की समीक्षा
सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत बनाए जा रहे शौचालय निर्माण योजना को अबुआ आवास योजना से जोड़ें। सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण के लिए मात्र 12 हजार रुपए राशि दी जाती है, अधिकारी इसकी भी समीक्षा करें कि इतनी राशि में गुणवत्तापूर्ण शौचालय बनाया जा सकता है या नहीं। सीएम ने कहा कि उनकी सरकार अबुआ आवास के लाभुकों को एक बेहतर शौचालय देने के लिए प्रतिबद्ध है जो लम्बे समय तक उपयोग में लाया जा सके। सीएम ने गोबरधन परियोजना अंतर्गत निर्मित गोबरगैस प्लांट की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिया कि ग्रामीण क्षेत्रों में इस योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार करें। ग्रामीणों को गोबरगैस प्लांट के फायदे की जानकारी उन तक पहुंचाएं।