रांची : झारखंड में एमएसएमई के सामने आनेवाली समस्याओं तथा चुनौतियों पर चर्चा करने और उनका समाधान भारत सरकार के रैंप कार्यक्रम के माध्यम से करने के लिए मंगलवार को झारखंड इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक वरूण रंजन की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक में चैंबर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारियों ने मुख्य रूप से हिस्सा लिया। बैठक में अधिकारियों ने उद्यमियों से यह जानने की कोशिश की कि झारखंड में एमएसएमई के विकास में आनेवाली क्या-क्या चुनौतियां हैं अथवा नयी इंडस्ट्री सेटअप करने में उद्यमियों को क्या परेशानियां होती हैं। चैंबर महासचिव परेश गट्टानी ने एमएसएमई के विकास से जुडे बिंदुओं से अधिकारियों को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि उद्यमियों पर अनावश्यक कंप्लायंस का भार कम करना आवश्यक है ताकि उद्योगों का संचालन करना आसान हो सके। जियाडा की ओर से भी औद्योगिक क्षेत्र में आवंटित किये जानेवाले भूखंड की प्रक्रिया में सुधार की आवश्यकता है। यह भी सुझाया गया कि उद्योगों को लोन मुहैया करानेवाले सरकारी संस्थानों द्वारा सीजीटीएमएसई योजना के तहत जो शुल्क निर्धारित है, उसे सब्सिडाईज्ड किया जाय। इससे उद्यमी प्रोत्साहित होंगे।
निर्बाध विद्युत आपूर्ति की अनुपलब्धता पर जतायी चिंता
उद्योगों के संचालन में निर्बाध विद्युत आपूर्ति की अनुपलब्धता पर कोषाध्यक्ष ज्योति कुमारी ने चिंता जताई और कहा कि बिजली के वैकल्पिक स्त्रोत सोलर एनर्जी पर फोकस किया जाना आवश्यक है। उनहोंने कहा कि डोमेस्टिक में सब्सिडी है लेकिन कमर्शियल में सब्सिडी नही है। पूर्व में कमर्शियल में भी सब्सिडी राज्य सरकार की ओर से प्रोत्साहन के रूप में दी जा रही थी। इसे पुनः शुरू करना चाहिए। इससे उद्यमी सोलर एनर्जी की ओर शिफ्ट होंगे और इससे विद्युत भार भी कम होगा। स्थानीय स्तर के उद्योगों के विकास के लिए उन्होंने यह भी सुझाया कि एमएसएमई मंत्रालय द्वारा झारखण्ड में एक्सपो भी लगाये जायें ताकि माइक्रो और स्मॉल इंडस्ट्री स्केल अप कर सकें और अन्य राज्यों से भी जुड पायें। बैठक में भारत सरकार के एमएसएमई मंत्रालय की डिप्टी डायरेक्टर डॉ राजेश्वरी केआर और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। बैठक में विभागीय अधिकारियों ने चैंबर के सभी सुझावों को एमएसएमई के हित में मानते हुए त्वरित कार्रवाई के लिए आश्वस्त किया। बैठक में चैंबर के उद्योग उप समिति के चेयरमैन बिनोद अग्रवाल, रैंप के अनिरबन घोष, प्रज्ञारंजन, डॉ मिलन शर्मा तथा शाकिब अहमद उपस्थित थे।