द फॉलोअप डेस्क:
झारखंड के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा मार्च 2023 में प्रदेश के सभी जिलों में खुले उत्कृष्ट विद्यालय (सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस) के लिए सभी विषयों में टीचर की बहाली निकाली गई थी। यह नियुक्तियां अनुबंध के आधार पर की जानी थी। तकरीबन सभी जिलों से हजारों की संख्या में इस पद के लिए योग्य और इच्छुक युवक-युवतियों ने आवेदन किया था। आवेदन के लिए अभ्यर्थियों ने 100 रुपये का बैंक ड्राफ्ट बनाकर स्पीड पोस्ट से आवेदन भेजा था। आवेदन किए 6 महीने बीत चुके हैं लेकिन विभाग की ओर से अभ्यर्थियों को कोई अपडेट नहीं दिया गया है।
अभ्यर्थियों को 6 महीने से प्रक्रिया का इंतजार
स्कूल ऑफ एक्सीलेंस (उत्कृष्ट विद्यालय) के लिए आवेदन कर चुके कई अभ्यर्थियों ने द फॉलोअप को अपनी व्यथा बताई। अलग-अलग जिलों से बेरोजगार युवक-युवतियों ने द फॉलोअप को बताया कि उत्कृष्ट विद्यालय में टीचर नियुक्ति से संबंधित विज्ञापन देख उन्हें उम्मीद जगी थी कि नुबंध पर ही सही लेकिन नौकरी मिलेगी लेकिन, अब 6 महीने के इंतजार और विभाग द्वारा किसी प्रकार की सूचना नहीं दिए जाने से यह उम्मीद धीरे-धीरे धूमिल होती जा रही है।
अभ्यर्थियों ने विभाग से संज्ञान लेने की मांग की
कई अभ्यर्थियों ने बताया कि उन्होंने अपने-अपने विषय को लेकर अलग-अलग 5 या 6 जिलों के लिए आवेदन किया। इसके लिए 500-600 रुपये खर्चे लेकिन विभाग की उदासीनता से उन्हें डर लग रहा है कि नियुक्तियां होंगी भी या नहीं। अभ्यर्थियों ने कहा कि विभाग को स्पष्ट जानकारी देनी चाहिए थी ताकि हम किसी प्रकार के असमंजस में नहीं रहें। उनकी मांग है कि विभाग मामले का संज्ञान ले।
उत्कृष्ट विद्यालय में चयन के ये थे मानक
गौरतलब है कि विभाग ने सैकड़ों पदों पर उत्कृष्ट विद्यालय में टीचर की नियुक्ति निकाली थी। टीजीटी और पीजीटी टीचर के लिए नियुक्तियां निकाली गई थी। अभ्यर्थियों का चयन जिले के उपायुक्त द्वारा गठित चयन समिति द्वारा किया जाना था। पीजीटी के लिए मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से मास्टर्स और टीजीटी के लिए मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की डिग्री होना चाहिए।