द फॉलोअप डेस्क
असम के सिल्चर में 22 नवंबर को बोकारो ज़िला के रहने वाले अर्जुन महतो एक मुठभेड़ के दौरान शहीद हो गए थे। उनकी बहाली सेना में अग्निवीर के रूप में हुई थी। इस पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और विधायक कल्पना सोरेन ने शोक जताया था। साथ ही उचित मदद का आश्वासन भी दिया था। इसके 5 दिन बाद ही झारखंड सरकार ने अपने वादे के मुताबिक़ 5 दिन के अंदर शहीद अर्जुन महतो के परिजनों को 10 लाख का मुआवज़ा और एक आश्रित को अनुकंपा के आधार पर नौकरी का आदेश जारी कर दिया।
जानकारी हो कि पिछले दिनों हेमंत सरकार ने कैबिनेट से यह प्रस्ताव पास किया था कि झारखंड राज्य के रहने वाले अग्निवीर अगर सेना में शहीद होते हैं तो सरकार न सिर्फ़ 10 लाख रुपये आर्थिक मुआवज़ा देगी बल्कि एक आश्रित को नौकरी भी देगी।