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15 दिन से लापता सहायक पुलिसकर्मी जयराम का नहीं मिला सुराग, पुलिस ने नहीं दर्ज की FIR 

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लातेहार 
8 अप्रैल को लातेहार के बालूमाथ से गायब हुए सहायक पुलिसकर्मी जयराम कुमार साहू का अब तक पता नहीं चला है। पीड़ित परिवार ने इस बाबत तैलिक साहू समाज और लोकहित अधिकार पार्टी, झारखंड को पत्र लिखकर न्याय दिलाने की गुहार लगाई है। कहा है कि जयराम के गायब होने की सूचना पुलिस को 15 अप्रैल को दी गयी। साथ ही प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन भी दिया गया। लेकिन अब तक मामले में प्राथमिकी दर्ज नहीं की गयी है। वहीं, श्रीराम ने ये भी बताया है कि कंचन और उसका भाई जयराम एक-दूसरे को 3 साल से जानते थे। जयराम ने उसे यानी श्रीराम को बताया था कि कंचन मिश्रा उससे शादी करना चाहती है। लेकिन कंचन मिश्रा के विवाहित होने के कारण परिवार ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया था। बता दें कि कंचन वही महिला है जिसके घर में जयराम साहू को अंतिम बार देखा गया था। ये दावा जयराम के परिवार ने किया है। 

क्या है मामला 

इस बाबत जयराम के भाई श्रीराम ने मीडिया को बताया है कि 8 अप्रैल को जयराम घर से ड्यूटी जाने की बात कहकर निकला था। लेकिन वो पुलिस स्टेशन जाने के बदले बालूमाथ में रहने वाली कंचन मिश्रा के घर चला गया। वहां से उसने मुझे फोन कर कहा था कि उसे यहां कुछ ठीक नहीं लग रहा है। कुछ देर बाद मैं कंचन मिश्रा के घर पहुंचा, तो वहां मुझे जयराम नहीं मिला। लेकिन मेरे भाई का बैग वहीं रखा हुआ था। मैं उसकी तलाश शुरू कर दी। वो नहीं मिला। लेकिन कंचन मिश्रा से घर से कुछ ही दूरी पर खून के धब्बे दिखाई पड़े। श्रीराम ने आशंका जाहिर की है कि कंचन मिश्रा और उसके पति रौशन पाठक ने जयराम का अपहरण कर किसी अनहोनी को अंजाम दिया है। 


कंचन के घर के नजदीक मिला मोबाइल का लोकेशन 
लिखे पत्र में श्रीराम ने कहा है कि जयराम के लापता के बाद वो कंचन मिश्रा से मिला। कंचन मिश्रा ने उसके बारे में कुछ भी बताने से इनकार किया। कहा कि इस दौरान फोन करने पर जयराम का मोबाइल भी स्वीच ऑफ मिला। कहा, मैंने तुरंत मामले की जानकारी अपने सगे संबंधी औऱ घर में पिताजी को दी। इसके बाद मेरे पिताजी और चचेरे भाई कंचन मिश्रा के घर पहुंचे। इनको भी कंचन मिश्रा ने यही बताया कि उसे जयराम के बारे में कुछ मालूम नहीं है। हालांकि कंचन ने ये स्वीकार किया कि वो उससे मिलने आया था। लेकिन कुछ देर बाद यहां से चला गया। अनहोनी की आशंका से हमलोगों ने थाने में जाकर मामले की जानकारी दी और गुमशुदगी का आवेदन दिया। पुलिस प्रशासन ने मेरे भाई के मोबाइल लोकेशन को ट्रैक किया उसका लोकेशन कंचन के घर के पास का आया। उसके बाद रात को एसडीपीओ के द्वारा हम परिजनों को पुलिस प्रशासन के साथ जयराम की खोजबीन करने को कहा। रात भर पुलिस प्रशासन के साथ जयराम की खोज की गई। लेकिन उस दिन से लेकर आज तक जयराम का कोई पता नहीं चल पाया है। 

 

 

 

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Tags - Assistant PolicemanJAIRAM SAHUmissingJharkhand News