logo

मनी लॉन्ड्रिंग केस : वीरेंद्र राम के सहयोगी मुकेश मित्तल की मुश्किलें बढ़ी, ED कोर्ट ने जारी किया गैर-जमानती वारंट

ED9.jpeg

रांची 

मनी लॉन्ड्रिंग केस में मुकेश मित्तल की गिरफ्तारी कभी हो सकती है। ईडी के स्पेशनल कोर्ट ने आज मुकेश मित्तल के खिलाफ गैर-जमानती वारंट का आदेश जारी कर दिया है। बता दें कि मुकेश मित्तल इसी मामले में सस्पेंड हो चुके चीफ इंजीनियर बीरेंद्र राम के करीबी और सहयोगी हैं। रांची प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) की विशेष अदालत ने मुकेश मित्तल की गिरफ्तारी के लिए गैर-जमानती वारंट जारी किया है। मनी लॉन्ड्रिंग के इस मुकदमे में ईडी तारा चंद, राम प्रकाश भाटिया औऱ नीरज मित्तल को पिछले 24 जून को अरेस्ट कर चुकी है। ये तीनों भी आरोपी बिरेंद्र राम के करीबी बताये जाते हैं। दरअसल बीरेंद्र राम पर ब्लैक मनी को व्हाइट करने के लिए विभिन्न स्थानों पर निवेश करने का आरोप ईडी की ओर से लगाया गया है। 

इस तरह किया गया ब्लैक मनी को व्हाइट 
बीरेंद्र राम पर टेंडर घोटाला के माध्यम से अवैध राशि जमा करने का आरोप है। ये सभी मामले मनी लॉन्ड्रिंग के दायरे में आते हैं। वहीं गिरफ्तार किये गये तीनों लोगों पर आरोप है कि उन्होंने बीरेंद्र राम की अवैध कमाई को पहले विभिन्न बैंक खातों में जमा कराया। फिर इस राशि को बीरेंद्र राम के रिश्तेदारों के बैंक खातों में ट्रांसफर किया। इस तरह बीरेंद्र राम की ब्लैक मनी को व्हाइट किया गया। मनी लॉन्ड्रिंग के इस केस में चार्टड अकाउंटेंट मुकेश मित्तल के परिजनों और उसके कर्मचारियों के बैंक खातों का इस्तेमाल किया गया था।  


 
हमारे वाट्सअप ग्रुप से जुड़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें : https://chat.whatsapp.com/FUOBMq3TVcGIFiAqwM4C9N