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कल तक मंत्रियों का हो जाएगा शपथ ग्रहण!, 9 से लेकर 17 तक इस कारण से व्यस्त हैं चंपाई सोरेन

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द फॉलोअप डेस्कः 
चंपाई सोरेन सरकार ने सदन में बहुमत साबित कर पहली अग्नि परीक्षा पास कर ली है। अब सीएम के सामने कैबिनेट विस्तार की चुनौती है। बिना खटपट के इसको अमलीजामा पहनाना आसान नहीं है। लेकिन फिर भी मंत्रिमंडल का विस्तार तो करना ही है। अब सवाल है कि आखिर मंत्रिमंडल का विस्तार होगा कब तक। तो बता दें कि कयास लगाए जा रहे हैं कि सीएम चंपाई सोरेन आज यानि 7 फरवरी तक मंत्रिमंडल का विस्तार कर देंगे और 8 फरवरी को मंत्रियों को शपथ दिलवा देंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि कल के बाद यानि 8 फरवरी से मुख्यमंत्री काफी व्यस्त होने वाले हैं। उनके पास समय का काफी अभाव होने वाला है। दरअसल वह पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की छोड़े हुए अधूेर काम और उनके ड्रीम प्रोजेक्ट यानि अबुआ आवास योजना पर अब काम करने वाले हैं। वह लाभुकों के बीच अबुआ आवास का स्वीकृति पत्र बांटने का काम शुरू करने वाले हैं। ऐसा वह 17 फरवरी तक करेंगे। तो इससे इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है आज तक अगल मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हुआ तो आने वाले 10 दिनों तक सीएम को फुर्सत नहीं मिलने वाली है। इसलिए संभवत कल ही मंत्रियों को शपथ दिला दी जाए। 


क्या है अबुआ आवास योजना 
बता दें कि झारखंड के आदिवासी मूलवासी और गरीब आगे बढ़ने जा रहे हैं। राज्य अलग होने के बाद पहला ये कदम है, जब राज्य सरकार राज्य लोगों को मान-सम्मान और अधिकार के साथ जीवन यापन कराने की दिशा में आगे बढ़ रही है। अबुआ आवास योजना का शुभारम्भ हो चुका है। इस योजना के तहत लोगों को घर का लाभ दिया जा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने बीते महीने खूंटी के तोरपा स्थित NHPC ग्राउंड में अबुआ आवास योजना अन्तर्गत आयोजित स्वीकृति पत्र वितरण किया था। उन्होंने कहा कि खूंटी और सिमडेगा के लाभुक अब अबुआ आवास निर्माण की दिशा में आगे बढ़े। खूंटी और सिमडेगा में करीब 75 हजार अबुआ आवास का निर्माण विभिन्न चरणों में होगा। इसके अलावा राज्य में 20 लाख आवास का निर्माण होगा।


एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं सीएम 
बता दें कि नये मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं। वह लगातार बैठक पर बैठक कर रहे हैं। उन्होंने आज भी विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की है। 31 जनवरी को पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी हुई है। इसके बाद राज्य में संवैधानिक संकट उत्पन्न हो गया था। तब जाकर आनन-फानन में 2 फरवरी को ही चंपाई सोरेन को  सीएम पद की शपथ दिलाई गई।