द फॉलोअप डेस्क
झारखंड के ग्रामीण इलाकों में जर्जर हाट-बाजार भवनों की सूरत बदलने की प्रक्रिया आरंभ हो गई है। ग्रामीण हाट-बाजार को नया रूप देने के लिए शेड निर्माण की योजना तैयार की गई है। इसी कड़ी में राज्य की कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने चान्हो प्रखण्ड के टांगर कृषि हाट बाजार और मांडर प्रखण्ड के टांगर बसली हाट बाजार में शेड निर्माण योजना का शिलान्यास किया। दोनों बाजार में शेड निर्माण पर करीब 1 करोड़ 73 लाख रुपये खर्च होंगे, जिसमें 23 सौ स्क्वायर फीट पर शेड का निर्माण, बाजार परिसर में सोलर लाइट सुविधा, पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग शौचालय का निर्माण के साथ शुद्ध पेयजल की व्यवस्था होगी।
कृषि विभाग ने राज्य के हाट-बाजारों को आधुनिक कृषि बाजार के तौर पर विकसित करने का लक्ष्य रखा है। शिलान्यास के मौके पर मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए ग्रामीण हाट बाजार को सुदृढ़ करना जरूरी है। विधायक रहते हुए इन दोनों ही बाजार में चार-चार शेड निर्माण का कार्य उनके द्वारा कराया गया है। आज राज्य की कृषि मंत्री बनने के बाद बाजार की सूरत बदलने के लिए बड़ी योजना की आधारशिला रखी गई है। मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि अब ऐसे हाट-बाजारों में किसानों को अपने उत्पाद को बेचने के लिए मौसम की मार का सामना नहीं करना पड़ेगा। बारिश के मौसम में किसानों और विक्रेताओं को सबसे ज्यादा परेशानी होती थी। कृषि विभाग का उद्देश्य किसानों के उत्पाद का सही मूल्य दिलाना और उनके उत्पाद के रख-रखाव की व्यवस्था करना है।
उन्होंने कहा कि सरकार और विभाग जनता के लिए योजना तैयार करती है। योजना हुबहू धरातल पर कैसे उतरे इसकी निगरानी खुद जनता को करनी होगी। चुनावबाज नेता सिर्फ धर्म के नाम पर समाज को बांटने का काम करते हैं। जनता का विकास कैसे हो इस पर उनकी गंभीरता नहीं दिखती। कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग ने योजनाओं की सही जानकारी के लिए पत्रिका तैयार की है। इस पत्रिका में विभाग के द्वारा संचालित योजना का उद्देश्य, योजना का लाभ और योजना का लाभ लेने की प्रक्रिया की जानकारी विस्तार से दी गई है। मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा गांव के भोलेभाले लोगों को सरकार की योजना की जानकारी तक नहीं होती है। समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े ऐसे लोगों तक सरकार की योजना पहुंचानी है।
शिलान्यास कार्यक्रम में मोहम्मद इस्तियाक, शिव उरांव, अजीत सिंह, मंगल उरांव, महादेव उरांव, जुल्फेकार, प्रियंका उरांव, इरशाद खान, शशि साहू, मंगा उरांव, आबिद अंसारी, बंधु टोप्पो, तस्लीम अंसारी, असलम अंसारी, होसे उरांव, बेलस टोप्पो, सेराफिना मिंज, बेरनादेत सहित कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे।