जमशेदपुर
पूर्वी सिंहभूम जिले के मेडिकल स्टोर्स पर प्रतिबंधित नशीली दवाओं की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के लिए जमशेदपुर के डीसी अनन्य मित्तल की अध्यक्षता में शनिवार को नार्कोटिक्स समन्वय समिति की बैठक हुई। इस बैठक में पूर्वी सिंहभूम जिले भर में नशीली दवाओं के खिलाफ की जा रही कार्रवाई की समीक्षा की गयी। साथ ही एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज मामलों, नशीले पदार्थों के उत्पादन, प्रसंस्करण और तस्करी की रोकथाम पर भी चर्चा हुई।
इस दौरान डीसी ने जमशेदपुर शहरी क्षेत्र के युवाओं में नशे के खिलाफ जागरूकता लाने और दवा दुकानों में बिना प्रिस्क्रिप्शन के दवा देने के साथ ही ड्रग पेडलर के विरूद्ध प्रभावी कार्रवाई को लेकर सभी विभागों को आपसी समन्वय से कार्रवाई का निर्देश दिया। डीसी ने साफ कहा कि बगैर चिकित्सीय परामर्श के बिक्री के लिए प्रतिबंधित दवाओं की सूची सभी मेडिकल संचालकों को अपने-अपने दुकानों के अंदर और बाहर डिस्पले करना होगा। उन्होने नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध व्यापार को समाप्त करने के लिए ठोस कार्रवाई के निर्देश दिये।
इसके अलावा मादक पदार्थों की खेती के संभावित क्षेत्रों की पहचान के लिए जिला कृषि पदाधिकारी को प्रति माह प्रतिवेदित करने का निर्देश दिया गया। अंतर्राज्यीय और अंतरजिला मार्गों पर तस्करी की प्रवृत्तियों के बारे में जानकारी एकत्र कर प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करने की बात की गयी। उपायुक्त ने स्पष्ट निर्देश दिया कि थाना स्तर पर सभी निजी व सरकारी स्कूल के प्राचार्य के साथ बैठक करने, सभी स्कूलों और शिक्षण संस्थानों में अगले तीन माह तक सघन जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश शिक्षा विभागीय पदाधिकारी को दिया गया। साथ ही स्कूलों के 100 गज के दायरे में मादक पदार्थों की बिक्री के विरूद्ध अभियान चलाकर कार्रवाई का निर्देश दिया गया। स्कूलों में नो टोबैको जोन का बोर्ड लगाने, बार में ड्रग्स के सेवन के विरूद्ध साइनेज लगाने आदि को लेकर निर्देश दिया गया।
बैठक में ड्रग कंट्रोल हेल्पलाइन नंबर जारी करने की बात कही गयी। जिससे कोई भी आम नागरिक सूचना साझा कर सकें, नशे के आदी व्यक्तियों और उनके परिवारजनों के लिए काउंसिलिंग व्यवस्था करने और पुनर्वास केंद्रों के माध्यम से नशापान से मुक्त लोगों को स्वरोजगार और सरकारी योजनाओं से जोड़ने की दिशा में संवेदनशील पहल करने की बात की गयी। बैठक में वरीय पुलिस अधीक्षक किशोर कौशल, एडीएम लॉ एंड ऑर्डर अनिकेत सचान, एसडीएम धालभूम शताब्दी मजूमदार, एसडीएम घाटशिला सुनील चंद्र समेत अन्य संबंधित विभागीय पदाधिकारी मौजूद रहे।