logo

व्यावसायियों पर हमले के विरोध में धनबाद बंद से 500 करोड़ का नुकसान, SSP के इस्तीफे की उठी मांग

a172.jpeg

द फॉलोअप डेस्क:

बुधवार को झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स ने प्रदेश में व्यावसायियों पर हमले की बढ़ती घटनाओं को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। चैंबर ने कहा कि राज्यभर में व्यावसायी अपराध को लेकर त्राहि-त्राहि कर रहे हैं। अपराधी खुलेआम व्यावसायियों को निशाना बना रहे हैं। खुलेआम हत्याएं हो रही है। इस बीच धनबाद में व्यावसायी दीपक अग्रवाल की हत्या के विरोध में बंद बुलाया गया। धनबाद बंद से 500 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान है। दोषियों पर कार्रवाई की मांग की जा रही है। 

प्रिंस खान गैंग द्वारा किया जा रहा हमला
झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स ने कहा कि अपराधी प्रिंस खान द्वारा लगातार व्यावसायियों को टार्गेट किया जा रहा है। उनसे रंगदारी मांगी जाती है। इनकार पर व्यावसायियों को गोली मार दी जाती है। चैंबर ने कहा कि पिछले 1 साल में व्यावसायियों के खिलाफ अपराध में इजाफा हुआ है। कहा कि पिछले 6 महीने में हर व्यावसायी डरा हुआ है। चैंबर ने धनबाद के एसपी और एसएसपी के इस्तीफे की भी मांग की। 

 

धनबाद में पिछले 6 महीने में हुई वारदात की सूची
व्यावसायियों ने कहा कि केवल धनबाद में ही पिछले 6 महीने में रंगदारी, फायरिंग और हत्या की 1 दर्जन से ज्यादा वारदातें हुई है। व्यावसायियों ने सिलसिलेवार ढंग से बताया कि 11 जुलाई को गोविंदपुर के बिहारी लाल चौधरी प्रतिष्ठान में फायरिंग हुई। 20 जुलाई को शहर के बड़े मछली व्यावसायी को धमकी दी गई। 8 अगस्त को भूली के साइबर कैफे में फायरिंग की वारदात हुई। 12 अगस्त को बैंकमोड़ स्थित सलूजा मोटर्स में फायरिंग की वारदात हुई। 29 अगस्त को पुराना बाजार टंकी के पास घराना ज्वेलर्स में गोलीबारी। 12 सितंबर को गोविंदपुर के खालसा होटल के बाहर ब्लास्ट।

4 अक्टूबर को कीया मोटर्स (जूही) शोरूम में फायरिंग। 28 अक्टूबर को बैंकमोड़ स्थित कार सेंटर के मालिक दीपक अग्रवाल को गोली मारी गई। नया बाजार स्थित ठाकुर मोटर्स के मालिक संजीव आनंद की गोली मारकर हत्या कर दी गई।