द फॉलोअप डेस्कः
फरवरी का महीना प्यार का महीना माना जाता है। इस महीने में वैलेंटाइन डे सेलिब्रेट किया जाता है। इस दिन का कपल्स को बेसब्री से इंतजार रहता है। इस दिन कपल्स एक-दूसरे से अपने प्यार का इजहार करते हैं। वैलेंटाइन डे लव वीक का आखिरी दिन होता है। इसके साथ ही वैलेंटाइन वीक खत्म हो जाता है। इस वीक के आखिरी दिन पर हम आपको प्यार कि एक अनूठी दास्तां बताने जा रहे हैं। लोग कई बार अपने प्यार का नाम कभी कागज पर तो कभी कार्ड पर या कभी मैसेज या ईमेल पर लिखते मिल जाते हैं लेकिन एक बार, 2 बार या ज्याद से ज्यादा 100 बार लेकिन अभी जो कहानी हम आपको बताएंगे उसमें प्रेमी ने अपने एक तरफा प्यार में प्रेमिका का 1 करोड़ बार नाम लिखा है। वह भी छोटे-छोटे कागजों में। चादर में। डायरी में। और भी बहुत जगह। रांची के रातु रोड के कृष्णा नगर कॉलोनी के रहने वाले 54 साल के किशोर गाबा ने अपनी प्रेमिका के नाम पिछले 21 साल में एक करोड़ बार लिखा है। किशोर 30 साल पहले एक लड़की से प्यार कर बैठे। प्यार तो बहुत था लेकिन प्यार का अंजाम शादी तक नहीं पहुंच सका।
कहीं और हो गई प्रेमिका की शादी
किशोर बताते हैं कि उनकी प्रेमिका की शादी कहीं और हो गई। किशोर थोड़े निराश जरूर हुए लेकिन अपनी प्रेमिका की याद को जिंदा रखने के लिए उन्होंने 33 साल की उम्र में उसका नाम लिखना शुरू किया। उन्होंने संकल्प लिया कि अपनी प्रेमिका का नाम एक करोड़ बार लिखेंगे। छह महीने पहले 26 अगस्त 2023 को एक करोड़ बार ‘रीमा’ नाम लिखा। किशोर कहते हैं कि काम के बाद उनको जब समय मिलता वह नाम लिखते थे। नाम लिखने में उनको एक अलग ही ऊर्जा मिलती। वह मानते हैं कि प्रेम भक्ति है, आराधना है।
एकतरफा प्यार में गलत कदम ना उठाएं
किशोर कहते हैं कि एकतरफा प्यार में अक्सर लोग जज्बाती होकर कुछ गलत कर लेते हैं। या तो वह खुद का कुछ बुरा कर लेते हैं या वह जिससे प्यार करते हैं उनकी जिंदगी बर्बाद कर देते हैं। लेकिन मैं उन सभी से कहना चाहता हूं कि प्यार सबसे पवित्र है, उसे महसूस कीजिए। जरूरी नहीं कि प्यार को अंजाम मिलेगा। किशोर गाबा की शादी ममता गाबा से हुई। दोनों की तीन बेटियां हैं। वह एक कपड़े की दुकान पर काम करते हैं।
वह बताते हैं कि पहले जब मेरी पत्नी को पता चला कि मैं अपनी प्रेमिका का नाम लिखता हूं तो वह काफी नाराज भी हुई। फिर मेरे जुनून को जान कर मेरा साथ देने लगी। मैं लिखने के लिए काम करने में कोताही करता था तो वह मुझे डांट लगाती थी। किशोर कहते हैं कि ‘रीमा’ नाम में ‘मां’ भी है और ‘राम’ भी। एक तरह से मेरा प्यार भक्ति की तरह है। मैं नहीं चाहता था कि मेरे प्यार के बारे में लोग जाने, लेकिन एक दोस्त ने इसे मीडिया को बता दिया। फिर मेरी कहानी जानने के लिए लोग मिलने लगे।