द फॉलोअप डेस्क
रांची के फिरायालाल चौके स्थित ख्याति द बुटीक ने अपनी 11वीं वर्षगांठ को अत्यंत भव्यता और उल्लास के साथ मनाया, जिसकी मेजबानी स्वयं बुटीक की संस्थापक व प्रसिद्ध फैशन डिजाइनर डॉ. ख्याति मुंजाल ने की। यह आयोजन न केवल एक फैशन कार्यक्रम था, बल्कि एक सामाजिक और सांस्कृतिक उत्सव भी था, जहाँ फैशन, समाजसेवा और महिला सशक्तिकरण का अद्भुत संगम देखने को मिला। इस खास मौके पर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने पहुँचे विशेष मेहमान राजमाता मधुरी मंजरी देवी, पूर्णिमा नीरज सिंह एवं मिस रिया तिकीं (झारखंड मिस यूनिवर्स 2022) केक काटने के कार्यक्रम के दौरान सभी मेहमानों ने मंच साझा किया और सैकड़ों ग्राहक, अतिथि और मीडिया के लोग भी इस आयोजन में शामिल हुए।
सभी आने वाले लोगों ने बुटीक के शानदार कपड़ों के नए कलेक्शन की खूब सराहना की और खासतौर पर दिए गए उपहारों का आनंद लिया।
इस अवसर पर डॉ. ख्याति मुंजाल की अध्यक्षता में चलाए जा रहे सामाजिक संगठन चैरिटेबल चार्म्स के लंबे समय से सभी को इंतजार रहे प्रोजेक्ट फैशन फॉर ए कॉज़ 2 के पोस्टर का पर्दा हटाया गया, जिसकी घोषणा ने इस कार्यक्रम को और भी खास बना दिया। कार्यक्रम में चैरिटेबल चार्म्स की पी.आर. समिति की प्रमुख रूपम झा, और सदस्य मौमिता चौधरी, किरण सिंह, सुषमा सिंह, प्रतिभा सिंह, सरिता, निधि रॉय, प्रभा सिंह और स्मिता की गरिमामयी मौजूदगी भी रही।
इस अवसर पर बोलते हुए डॉ ख्याति मुंजाल ने कहा, "यह सिर्फ एक बुटीक नहीं, एक सपना है जो समाज, संस्कृति और सुंदरता के मेल से बना है। मेरी यह यात्रा मेरे ग्राहकों और समाज के भरोसे से संभव हुई है, और अब समय है कि इस भरोसे को सेवा में बदला जाए।" वहीं, राजमाता मधुरी मंजरी देवी ने अपने वक्तव्य में कहा, "झारखंड की बेटियों अब न केवल परंपरा को आगे बढ़ा रही हैं, बल्कि फैशन और समाजसेवा में भी अपनी अलग पहचान बना रही हैं।"
पूर्व विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह ने कहा, "जब महिलाएँ अपने सपनों को समाजसेवा से जोड़ती हैं, तो वे सिर्फ प्रेरणा नहीं, एक बदलाव बन जाती हैं।" और मिस रिया तिर्की ने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा, "सच्ची खूबसूरती तब और निखरती है जब उसमें सेवा और समर्पण की भावना जुड़ जाती है।" कुल मिलाकर यह आयोजन फैशन, समाज और संस्कृति का एक जीवंत उदाहरण बनकर सामने आया, जिसने यह दिखा दिया कि जब आत्मविश्वास, सोच और संवेदना साथ आती हैं, तो हर मंच एक बदलाव की शुरुआत बन सकता है।