द फॉलोअप डेस्क
बाल्य काल से ही छात्रों में सामाजिक दायित्व और बुजुर्गों के प्रति सम्मान की भावना से संपोषित करने के उद्देश्य से जवाहर विद्या मंदिर, श्यामली के कक्षा पांच के 40 विद्यार्थियों ने डीएवी नंदराज विद्यालय के परिसर में स्थित 'सीनियर सिटीजन होम' वृद्धाश्रम में रह रहे बुजुर्गों से बातचीत कर उनकी भरपूर सेवा की। बच्चों ने दीपावली से पूर्व अपने हाथों से दीया बनाकर प्रदर्शनी लगाई थी। इसे आतिथियों और अभिभावकों ने खरीदा था। प्रदर्शनी से प्राप्त राशि से बच्चों ने वृद्धाश्रम के लिए आवश्यक खाद्य-पदार्थ, गर्म कपड़े और अन्य जरूरत की सामग्री भेंट की। इतना ही नहीं बच्चों ने वृद्धाश्रम में रह रहे 60 बुजुर्गों के लिये भजन और गीत गाए। बच्चों ने बुजुर्गों को अपने हाथों से बनाया हुआ कार्ड भी दिया।
प्राचार्य समरजीत जाना ने कहा सामाजिक दायित्वों से ही मानव का पूर्ण विकास होता है। आज युवाओं में पारिवारिक जिम्मेदारी और सामाजिक दायित्वों के प्रति अनदेखी की जा रही है। ऐसे में बच्चों को वृद्धाश्रम में लाने का मकसद बुजुर्गों के प्रति आदर सम्मान पैदा करना और उनमें अच्छे संस्कार पैदा करना है। इससे बच्चों के मन में अपने बुजुर्ग दादा-दादी और नान-नानी के प्रति सेवा व समर्पण भाव पैदा हो। इन बच्चों का प्यार -दुलार देखकर कई बुजुर्गों की आंखों में भी आंसू भी गए। उन्हें अपने पोते-पोतियों की याद आने लगी।
उन्होंने बच्चों को आशीष देते हुए कहा कि आप अपने मां-बाप को इतना प्यार देना की, किसी भी बुजुर्ग को वृद्धाश्रम की जरूरत ही न पड़े। प्राचार्य समरजीत जाना खुद इस पुनीत यात्रा के नेतृत्व कर्ता बने। इस मौके पर विद्यालय के प्राथमिक विभाग के प्रभाग प्रभारी दीपक सिन्हा, बिभा सिंह, सोनाली प्रसाद, सपना दास आदि के आलावा अन्य बच्चे टूर में शामिल थे।