रांची
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने आरोप लगाते हुए कहा कि CM हेमंत सोरेन के संरक्षण में JSSC-CGL परीक्षा के क्वेश्चन पेपर लीक हुए थे। मरांडी ने आगे कहा, पिछले 5 सालों से जानबूझकर युवाओं की नियुक्ति में बाधा डालना जेएमएम कांग्रेस सरकार की संस्कृति बन गई है। कहा इससे राज्य में बेरोजगारी बढ़ी है और युवा वर्ग में आक्रोश व्याप्त है। किसी भी परीक्षा के पहले छात्र इस संशय में रहते हैैं कि ये नियुक्ति के अंजाम तक पहुंचेगी नहीं।
परीक्षार्थी हताश और निराश हो चुके हैं
मरांडी ने कहा, नौकरी के लिए कोर्ट-कचहरी से लेकर सड़क पर आंदोलन करते-करते राज्य के लाखों परीक्षार्थी हताश और निराश हो चुके हैं। जनवरी में सम्पन्न हुई JSSC-CGL की परीक्षा हेमंत सरकार के संरक्षण में पेपर लीक होने की वजह से रद्द हो गई थी। दुबारा से JSSC-CGL की परीक्षा आयोजित करने की ओर सरकार एक कदम भी आगे नहीं बढ़ा पाई है। इसे शीघ्र आयोजित किया जाना चाहिए। कहा, ऐसा नहीं करने पर इसका परिणाम आने वाले विधानसभा चुनाव में भी दिखाई देगा। क्योंकि युवा वर्ग का मोह जेएमएम से भंग हो रहा है।
दिखावे का नियुक्ति कैलेंडर
मरांडी ने आरोप लगाया कि इंडिया ठगबंधन की सरकार ने दिखावे का नियुक्ति कैलेंडर जारी कर युवाओं को फिर से धोखा ही दिया है। सरकार, युवाओं की मांग पर संज्ञान लेकर यथाशीघ्र अगस्त माह में ही JSSC-CGL की परीक्षा पारदर्शी ढंग से आयोजित करे।