द फॉलोअप डेस्कः
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का 5 और 6 अप्रैल को संथाल परगना का संभावित दौरा था। कई वेबसाइट में छपी खबरों के मुताबिक वह 5 अप्रैल को जामताड़ा और 6 अप्रैल को दुमका जाने वाले थे। जिसे अब भाजपा विधायक दल के नेता व पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी की तरफ से रद्द बताया जा रहा है। बाबूलाल मरांडी का कहना है कि नियोजन नीति को लेकर संथाल परगना में युवाओं की एकजुटता को देखते हुए सीएम ने अपना दो दिन का दौरा रद्द कर दिया है। जबकि झामुमो का कहना है कि ऐसी कोई दौरा तय ही नहीं था।
नहीं था कोई दौरा
बाबूलाल लिखते हैं कि "नियोजन नीति पर संथाल परगना के युवाओं की एकजुटता से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी को 5 एवं 6 अप्रैल को जामताड़ा एवं दुमका में प्रस्तावित जोहार यात्रा रद्द करनी पड़ी है। करें भी क्यों न ?..जिस झूठी नियोजन नीति को अपनी उपलब्धि बता रहे थे, उसका सच तो लोगों ने देख ही लिया है।अब एक झूठ को कितनी बार बोलेंगे? संथाल के युवा साथियों की एकजुटता और संघर्ष को जोहार" इधर जब हमने झामुमो के वरिष्ठ नेता सुप्रियो भट्टाचार्य से बात की तो उन्होंने प्रतिक्रिया के तौर पर कहा कि बाबूलाल कुछ भी उल जुलूल ट्वीट करते हैं। सीएम का आज जामताड़ा में कोई कार्यक्रम नहीं था और ना ही कल दुमका में। आज सीएम को रांची के रिम्स में डॉक्टरों को नियुक्ति पत्र सौंपने वाले कार्यक्रम में जाना था।