द फॉलोअप डेस्क, रांची:
जमीन घोटाला केस में ईडी के समक्ष दिये गए कथित बयान को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रहे पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रेस सलाहकार रहे अभिषेक पिंटू के समर्थन में झारखंड मुक्ति मोर्चा उतर आया है। झारखंड मुक्ति मोर्चा ने अभिषेक पिंटू द्वारा कथित हेमंत विरोधी बयान को लेकर तंज कर रहे भारतीय जनता पार्टी को आड़े हाथों लेते हुए गलतबयानी का आरोप लगाया है। झारखंड मुक्ति मोर्चा ने मीडिया को भी निशाने पर लिया है। झामुमो कह रहा है कि इस प्रकरण में लोग खुद ही जज, ज्यूरी और जल्लाद बन गये हैं। केस का पूरा ओर-छोर जाने बगैर हेमंत सोरेन के पूर्व मीडिया सलाहकार के बयान के अंश को तोड़ मरोड़ कर एजेंडा साध रहे हैं। झारखंड मुक्ति मोर्चा ने कहा कि लोग बयान का अनर्गल मतलब निकाल रहे हैं।
आज भाजपा समर्थित मीडिया के साथी स्वयं जज, ज्यूरी और जल्लाद बन, बिना ओर छोर समझे माननीय हेमन्त जी के पूर्व मीडिया सलाहकार के बयान के अंश को तोड़ मरोड़ कर अपने एजेंडे की पूर्ति हेतु अनर्गल मतलब निकाल रहे हैं:
— Jharkhand Mukti Morcha (@JmmJharkhand) April 4, 2024
???????? अभिषेक जी के बयान में कहीं भी यह नहीं लिखा है कि बरगाईं अंचल का…
अभिषेक ने नहीं कहा कि जमीन हेमंत सोरेन की है
झारखंड मुक्ति मोर्चा ने अभिषेक पिंटू के समर्थन में कुछ तर्क दिये हैं। झामुमो का कहना है कि अभिषेक के बयान में कहीं भी ये नहीं लिखा है कि बड़गाईं अंचल की जमीन हेमंत सोरेन की है। पाहन लोग जो जमीन के मालिक हैं, जो भुईंहर हैं उनका कहा है कि जमीन उनकी है। वे ही दखलकार हैं। केस लंबित होने के बावजूद मीडिया केस से संबंधित भ्रामक पक्ष फैला रहा है जो अनुचित है। झामुमो का कहना है कि मुख्यमंत्री कार्यालय में जमीन विवाद के सैकड़ों आवेदन हर माह आते हैं। ऐसे में किसी जमीन का सत्यापन करने को कहने मात्र से जमीन उसका नहीं हो जाता है।
पूरा मामला ईडी द्वारा दाखिल चार्जशीट से जुड़ा है
ये पूरा मामला ईडी द्वारा दाखिल चार्जशीट से जुड़ा है। दरअसल, 30 मार्च को ईडी ने जमीन घोटाला केस में चार्जशीट दाखिल की है। इसमें हेमंत सोरेन सहित कुल 5 लोगों को आरोपी बनाया गया है। इसी चार्जशीट में हेमंत सोरेन के पूर्व प्रेस सलाहकार अभिषेक पिंटू का भी बयान है। बकौल ईडी, अभिषेक पिंटू ने बताया कि उसने हेमंत सोरेन के कहने पर सीएमओ के अधिकारी उदय शंकर को बड़गाईं में 8.86 एकड़ जमीन का सत्यापन कराने का निर्देश दिया था। साथ ही उसने 2 और जमीनों का सत्यापन कराने को कहा था, जो हेमंत सोरेन और उनके परिवार से जुड़ी है। इसी केस को लेकर राजनीति के गलियारों से लेकर मीडिया और आम लोगों में भी चर्चा तेज है कि हेमंत सोरेन के खिलाफ उनके सबसे करीबी व्यक्ति ने ही बयान दिया।
गुरुवार को दीपक प्रकाश ने किया था तंज
दरअसल, गुरुवार को दीपक प्रकाश ने अपने ऑफिशियल फेसबुक पेज पर लिखा कि "भ्रष्टाचार और लूट की यारी ज्यादा दिन तक नहीं टिकती। कानून का शिकंजा कसता देख अच्छे-अच्छे साथ छोड़ जाते हैं। आखिरकार, हेमंत सोरेन के भरोसेमंद उनके पूर्व प्रेस सलाहकार अभिषेक पिंटू ने सच कबूल ही लिया कि वह हेमंत सोरेन के कहने पर ही लूट-खसोट (बड़गाई जमीन लूट) का सारा खेल खेलते थे"।
बड़गाईं अंचल की 8.86 एकड़ जमीन से जुड़ा मामला
गौरतलब है कि हेमंत सोरेन रांची के बड़गाईं अंचल में 8.8 एकड़ जमीन की अवैध दस्तावेजों के सहारे खरीद-फरोख्त और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में ईडी की कार्रवाई का सामना कर रहे हैं। वह अभी न्यायिक हिरासत में होटवार जेल में बंद हैं। ईडी ने 31 जनवरी को मुख्यमंत्री आवास से ही उनको हिरासत में लिया था। जमीन घोटाला केस के सिलसिले में ईडी ने हेमंत सोरेन को अगस्त 2023 से लेकर जनवरी 2024 के बीच 10 बार समन भेजा था। हेमंत सोरेन 8वें समन पर 20 जनवरी और 10वें समन पर 31 जनवरी को पूछताछ के लिए हाजिर हुए। दोनों बार उनसे मुख्यमंत्री आवास में ही पूछताछ की गई थी। 31 जनवरी को गिरफ्तारी के बाद 2 फरवरी को उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। इस दौरान उनसे पूछताछ भी होती रही।
अब, अभिषेक पिंटू के कथित बयान को लेकर झारखंड की सियासत गरमाई हुई है। बीजेपी, तंज कर रही है और झामुमो बचाव। इसमें सच क्या है, सबकुछ जांच से ही स्पष्ट होगा।