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झारखंड CID के डीजी अनुराग गुप्ता पहुंचे हाईकोर्ट, जानिये किस मामले में लगाई हाजिरी

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रांची 

झारखंड CID के डीजी अनुराग गुप्ता ने हाइकोर्ट में हाजिरी दी। उन्हें जस्टिस एस चंद्रशेखर की अध्यक्षता वाली बेंच में पूछताछ के लिए बुलाया गया था। दरअसल हाईकोर्ट में साइबर फ्राड का शिकार बने लोगों के पैसे की वापसी मामले में सुनवाई हो रही है। बता दें कि इस मामले में हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है। मामले की सुनवाई जस्टिस एस चंद्रशेखर की बेंच कर रही है। सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने निर्देश दिया है कि जो लोग साइबर फ्राड के शिकार हुए हैं, उन्हें तात्कालिक राहत पहुंचाई जाए। फंड बनाकर पैसे वापसी पर सरकार को विचार करना चाहिए। डीजी अनुराग गुप्ता ने कोर्ट को झारखंड में साइबर क्राइम की जांच प्रणाली, साइबर सेल सहित साइबर फ्राड रोकने के लिए उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी। 

CID को मिली है बड़ी कामयाबी 

गौरतलब है कि झारखंड CID को साइबर क्राइम रोकने के मामले में एक बड़ी कामयाबी मिली है। झारखंड में क्रिप्टो करेंसी के नाम पर जालसाजी करने वाले एक आरोपी को मंगलवार को मुंबई एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया है। आरोपी के खिलाफ लुक आउट जारी किया गया है। कहा जा रहा है कि साइबर आरोपी ने ताईवान में अपना ठिकाना बना रखा था। CID को मिली इस कामयाबी के बाद डीजी अनुराग गुप्ता ने प्रेस को कई अहम जानकारी दी है। गुप्ता ने कहा है कि CID की ओर से क्रिप्टो करेंसी औऱ चाइनीज ऐप के माध्यम से जालसाजी के मामलों से कडाई से निबटा जायेगा। इसकी तैयारी की जा रही है।

5 राज्यों की पुलिस को ट्रेनिंग 

बकौल गुप्ता इस तरह के साइबर अपराधिय़ों को पकडऩे के लिए पांच राज्यों की पुलिस को संयुक्त रूप से ट्रेंड किया जा रहा है। इस दौरान उन्होंन माना कि क्रिप्टो करेंसी औऱ चाइनीज ऐप के माध्यम से झारखंड में बड़े पैमाने पर जालसाजी की जा रही है। जबकि यहां के अधिकतर लोग क्रिप्टो करेंसी के बारे में ठीक से जानते भी नहीं है। 
डीजी अनुराग ने बताया कि सबसे अधिक चिंता करने वाली बात ये है कि क्रिप्टो करेंसी के नाम पर लालच देकर करोड़ों की राशि देश के बाहर भेजी जा रही है। करोड़ों की इस जालसाजी को जल्दी नहीं रोका गया तो साइबर क्राइम का ये नेटवर्क देश के कई हिस्सों में फैल सकता है।