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जामताड़ा : 2 महीने से नहीं हो रहा भुगतान, 700 कोयला मजदूर गये हड़ताल पर; क्या कर रहा है प्रबंधन

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 जामताड़ा

रेलवे साइडिंग में काम करने वाले 700 कोयला मजदूर 2 महीने से भुगतान नहीं मिलने से आक्रोशित होकर हड़ताल पर चले गये हैं। इससे रेलवे साइडिंग में लोडिंग और अन्य काम बंद हो गया हैं। मजदूरों ने कहा है कि बकाया भुगतान औऱ अन्य मांगों के पूरा होने तक वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे। मिली खबर के मुताबिक रेलवे साइडिंग के मजदूर लगभग 35 साल से मात्र 120 रुपये प्रतिदिन की मजदूरी पर काम कर रहे हैं। मजदूरों ने कहा कि इतनी कम मजदूरी पर उनसे 8 घंटे काम लिया जाता है और फिर भी भुगतान में देरी हो रही है।  


साइडिंग का काम ठप हुआ 
बता दें कि मजदूरों की हड़ताल के कारण चितरा कोलियरी के जामताड़ा रेलवे साइडिंग में काम काज ठप देखा गया। मजदूरों ने बताया कि साइडिंग में मजदूरी कर रहे मजदूरों का लगातार ट्रांसपोर्ट एजेंसी के द्वारा शोषण किया जा रहा है। लगभग 35 साल से काम कर रहे मजदूरों को 8 घंटा काम करने के बाद महज 120 रुपए मजदूरी दी जाती है। मजदूरों को यह भुगतान 2 से 3 महीनों पर किया जाता है। इससे आक्रोशित मजदूरों ने शर्मा ट्रांसपोर्ट एजेंसी के विरुद्ध धरना प्रदर्शन किया। इनका कहना है कि हमें सम्मानजनक मजदूरी दर मिलना चाहिए। इसके अलावे अगर कार्य करने के दौरान दुर्घटना हो जाती है तो कंपनी के द्वारा बीमा किया जाए। मजदूर हमेशा खतरों के बीच रहकर कार्य करते हैं। 


क्या कहती है एजेंसी 

इधर, जामताड़ा साइडिंग के सरकारी कर्मचारियों से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि यह मामला शर्मा ट्रांसपोर्ट एजेंसी एवं मजदूरों के बीच का है। एजेंसी के सुपरवाइजर से बात करने की कोशिश की गयी। लेकिन उन्होंने इस मामले में साफ तौर पर कुछ कहने से इनकार कर दिया। इधर, मजदूरों में आक्रोश बढता जा रहा है। आंदोलन किसी भी समय हिंसक रूप ले सकता है। 

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