द फॉलोअप डेस्क
डुमरी प्रखंड अंतर्गत बलथरिया पंचायत के सचिव सुखलाल महतो द्वारा प्रखंड परिसर में आत्महत्या का प्रयास किए जाने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। पंचायत सचिव सुखलाल महतो ने आत्महत्या के प्रयास से पूर्व एक पत्र में डुमरी की बीडीओ सहित तीन अन्य अधिकारियों पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है। उन्होंने डुमरी के विधायक जयराम महतो के नाम एक पत्र लिखा था। पत्र में उन्होंने स्पष्ट रूप से लिखा है कि लगातार हो रही मानसिक प्रताड़ना से त्रस्त होकर उन्होंने यह कदम उठाया। विधायक जयराम महतो ने इस मामले को लेकर राज्य सरकार की मंत्री दीपिका पांडेय को पत्र लिखा और पूरे घटनाक्रम प्रकाश डाला।
जयराम महतो ने एक ट्वीट कर कहा कि "माननीय मुख्यमंत्री महोदय जी BDO डुमरी तथा 3 अन्य पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाकर पंचायत सचिव सुखलाल महतो द्वारा प्रखंड परिसर डुमरी में आत्महत्या का प्रयास किया है, दीपिका पांडेय जी कृपया संज्ञान मे लेकर ऐसे BDO महोदया को जल्द निलंबित करने की कृपा करे" इसके साथ ही उन्होने लेटर भी पोस्ट किया है, जिसमें जयराम महतो ने लिखा है कि "मंत्री दीपिका पांडेय जी मुझे कहना है कि डुमरी प्रखंड अंतर्गत बलधरिया पंचायत सचिव सुखलाल महतो ने डुमरी प्रखंड परिसर में आत्महत्या का प्रयास किया है। आत्महत्या के प्रयास से पूर्व सुखलाल महतो ने मेरे नाम पर आवेदन पत्र लिखा है, जिसमें उन्होने इस कृत्य के लिए BDO डुमरी तथा 3 अन्य द्वारा मानसिक प्रताड़ना को कारण बताया है।"
जयराम ने आगे लिखा कि "माननीया, एक आम व्यक्ति के लिए विधि व बजट से परे थाना, अंचल व प्रखण्ड का विशेष महत्व होता है। गाँव व पंचायतों का विकास प्रखण्ड से होकर गुजरता है। ऐसे में एक बुजुर्ग कर्मचारी द्वारा व्यवस्था से थक-हार कर प्रखंड. परिसर में आत्महत्या का प्रयास लोकतंत्र व मानवीय मूल्यों पर घात करता है। पीड़ित द्वारा उठाया गया यह कदम प्रखण्ड में व्याप्त भ्रष्टाचार की ओर इंगित करता है। अत: आपसे आग्रह है इस विषय पर विभागीच जाँच कराया जाए तथा दोषियों पर विधिसम्मत कार्रवाई की जाए।"
जयराम महतो की इस ट्वीट के बाद मंत्री दीपिका पांडेय ने संज्ञान लिया और कहा है कि "डुमरी प्रखंड के बलथरिया पंचायत के सचिव श्री सुखलाल महतो द्वारा आत्महत्या का प्रयास अत्यंत गंभीर मामला है। गिरिडीह डीसी, श्री महतो के इलाज के लिए सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित की जाए। साथ ही, मामले की गहराई से जांच कर दोषियों की जिम्मेदारी तय करते हुए सख्त कार्रवाई की जाए।"