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चर्चा : रांची-नई दिल्ली के बीच विमान सेवा बंद करने के निर्णय पर पुनर्विचार जरूरी- चैंबर

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रांची: 

बिरसा मुण्डा एयरपोर्ट से 20 अगस्त से एयर इंडिया की सबसे पुरानी विमान सेवा रांची-दिल्ली को अचानक बंद किये जाने पर चिंता व्यक्त करते हुए फेडरेशन ऑफ झारखण्ड चैंबर ऑफ कॉमर्स एण्ड इंडस्ट्रीज ने एयर इंडिया लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी सह प्रबंध निदेशक को पत्राचार कर इस निर्णय पर पुनर्विचार का आग्रह किया। इस मामले को लेकर चैंबर भवन में सीविल एवीएशन उप समिति की एक बैठक भी संपन्न हुई। बैठक में कई मुद्दों पर गंभीर चर्चा हुई। 

विमान सेवा बंद होने से कठिनाई होती है
बैठक में यह कहा गया कि झारखण्ड की राजधानी होने के कारण रांची और इसके आसपास के सभी निकटवर्ती जिलों (टाटा, बोकारो, रामगढ़, हजारीबाग, धनबाद, पलामू, गुमला सहित अन्य) के यात्री विशेषकर व्यापारी, उद्यमी व विद्यार्थी बिरसा मुण्डा एयरपोर्ट से ही दिल्ली की फ्लाईट लेते हैं। इस सीधी विमान सेवा के बंद होने से रांची से दिल्ली और वहां से अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों की कनेक्टिंग सेवाएं लेने वाले यात्री भी अनावश्यक कठिनाई महसूस कर रहे हैं।

निर्णय पर पुनर्विचार की आवश्यक्ता पर चर्चा
चैंबर अध्यक्ष धीरज तनेजा एवं महासचिव राहुल मारू ने संयुक्त रूप से कहा कि टाटा ग्रुप द्वारा एयर इंडिया को नियंत्रण में लेने के बाद प्रदेश वासी उत्साहित हैं। झारखण्ड प्रदेश के स्टेकहोल्डर्स की प्रतिनिधि संस्था होने के नाते हम भी यह महसूस करते हैं कि टाटा समूह की एविएशन इंडस्ट्री में मौजूदगी से मजबूत व्यापारिक अवसर उत्पन्न होंगे और यात्रियों की सुविधाओं में निरंतर वृद्धि होगी। यह भी कहा गया कि टाटा ग्रुप के नियंत्रण में एयर इंडिया के आने के बाद इससे लोगों का भावनात्मक लगाव भी जुड़ा हुआ है, ऐसे में एयर इंडिया प्रबंधन द्वारा इस विमान सेवा को बंद करने के निर्णय पर पुनर्विचार की आवश्यकता है।

विमान सेवा बंद होने से इन्हें हुई परेशानी
चैंबर के सीविल एवीएशन उप समिति के चेयरमेन दिनेश प्रसाद साहू ने इस बात पर भी चिंता जताई कि कोविड के प्रतिबंधों के बाद से बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर बंद रेस्तरां/स्नैक्स प्वाईंट को अब तक चालू नहीं किया जा सका है जिस कारण यात्रियों को विशेषकर रामगढ, हजारीबाग, टाटा, बोकारो, डाल्टनगंज से आने वाले यात्रियों को कठिनाई हो रही है। 200 कि.मी. की सडक मार्ग से यात्रा कर एयरपोर्ट पर फ्लाईट पकड़ने वाले आने वाले यात्री, उनकी फ्लाईट के विलंब होने या रद्द होने की स्थिति में और अधिक परेशान होते हैं। खाने-पीने की उपलब्धता नहीं होने के कारण मरीजों, वृद्धजनों और बच्चों की भी परेशानी बढ़ जाती है। 

एयरपोर्ट से रोजाना करीब 5 हजार यात्री जाते हैं
देखें तो कोविड के प्रतिबंधों में शिथिलता के उपरांत से एयरपोर्ट पर यात्रियों का आवागमन बढ़ा है। वर्तमान में बिरसा मुण्डा एयरपोर्ट से रोजाना 4500 से 5000 यात्रियों का आवागमन हो रहा है। एयरपोर्ट से 30-35 फ्लाईटों का परिचालन नियमित रूप से हो रहा है और आने वाले दिनों में विमानों की संख्या में और भी बढोत्तरी होगी ऐसे में एयरपोर्ट पर रेस्तरां/स्नैक्स प्वाइंट का संचालन शीघ्र प्रारंभ करना आवश्यक है। उन्होंने एयरपोर्ट पर टूरिस्ट कार्यालय व होटल बुकिंग काउंटर की उपलब्धता के साथ ही एयरपोर्ट पर स्थित मेडिकल शॉप को देर रात्रि तक खुले रखने की आवश्यकता  बताई।

बैठक में चैंबर के कई सदस्यों ने लिया हिस्सा
चैंबर महासचिव राहुल मारू ने बैठक के दौरान यह भी बताया कि केवाईसी के लिए होल्ड पर रखे गये 50 सदस्यों में से अब तक 2 सदस्यों का केवाईसी अपडेट हो पाया है। शेष 48 सदस्य 10 सितंबर तक अपना केवाईसी अपडेट करा सकते हैं। आज की बैठक में चैंबर अध्यक्ष धीरज तनेजा, महासचिव राहुल मारू, सह सचिव विकास विजयवर्गीय, सीविल एवीयेशन उप समिति चेयरमेन दिनेश प्रसाद साहू एवं किशन अग्रवाल उपस्थित थे।