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BJP विधायक प्रदीप प्रसाद का लगाया संजीवनी सेवा कुटीर इरफान अंसारी ने हटवाया, राजनीतिक घमासान जारी

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द फॉलोअप डेस्क
हजारीबाग के शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर में स्थापित संजीवनी सेवा कुटीर को लेकर पिछले पांच महीने से राजनीतिक हलचल जारी थी। अब जिला प्रशासन इस कुटीर को हटाने के लिए आ गया है, जिसके बाद विवाद और भी तेज हो गया है। दरअसल 4 जनवरी 2025 को अपने जन्मदिन के मौके पर हजारीबाग के सदर विधायक प्रदीप प्रसाद ने संजीवनी सेवा कुटीर की स्थापना की थी। इस अवसर पर कई सांसद और विधायक मौजूद थे। इस सेवा केंद्र का उद्देश्य आम जनता को अस्पताल में मार्गदर्शन और सहायता देना था। लेकिन धीरे-धीरे यह कुटीर विवादों में घिर गया। स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने इसे गैरकानूनी बताते हुए कड़ी टिप्पणी की और इसे हटाने के निर्देश दिए। आरोप लगा कि अस्पताल परिसर में एक पार्टी विशेष का कार्यालय खोल दिया गया है और यह राजनीति का अड्डा बन गया है।

प्रशासन ने संजीवनी सेवा कुटीर को अतिक्रमण करार देते हुए पहले नोटिस जारी किया और फिर महज 24 घंटे के भीतर कार्रवाई कर कुटीर को हटा दिया गया। इस दौरान कुछ बीजेपी कार्यकर्ताओं ने विरोध भी जताया, लेकिन कार्रवाई जारी रही। इरफान अंसारी ने कहा कि सरकारी अस्पताल परिसर में किसी भी तरह की राजनीतिक गतिविधि बर्दाश्त नहीं की जाएगी। डॉक्टर और स्टाफ दहशत में थे। यह पूरी तरह अतिक्रमण है और हमने नियमों के तहत कार्रवाई की है। प्रदीप प्रसाद ने कहा कि सिर्फ जनता की मदद के लिए कुटीर बनाया गया था। मंत्री के बयान दुर्भाग्यपूर्ण हैं। यह राजनीति से प्रेरित कार्रवाई है। हम फिर से कहीं और सेवा शुरू करेंगे – सेवा रुकेगी नहीं।

वहीं सेवा कुटीर हटाए जाने पर कांग्रेसी नेता संजय तिवारी ने कहा कि विधायक जी को सेवा करना ही है तो जाकर प्राइवेट अस्पताल में चौकीदारी करें वहां पर सेवा कुटीर खोलें जहां आप मरीजों से पैसा लिया जा रहा है उनको लूटा जा रहा है सेवा कुटीर वहां खोलना चाहिए। संजय तिवारी ने आगे बताया कि जिस तरह प्रदीप प्रसाद विधायक सदर हमारे नेता हमारे जननायक इरफान अंसारी के बारे में अनर्गल बयान बाजी कर रहे हैं। इससे वह अपना चरित्र बता रहे हैं और अपना बीते ट्रैक रिकॉर्ड के बारे में बोलने के लिए कांग्रेस पार्टी को मजबूर कर रहे हैं। जिला प्रशासन की कार्रवाई के बाद अब यह मामला और गरमा गया है। विधायक और मंत्री के बीच जुबानी जंग तेज हो चुकी है। आने वाले दिनों में यह राजनीतिक मुद्दा और तूल पकड़ सकता है।