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14 साल की उम्र में शिबू सोरेन ने छेड़ा था झारखंड अलग राज्य का आंदोलन, अब 80 साल की उम्र में भी जारी है संघर्ष- हेमंत सोरेन

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द फॉलोअप डेस्कः
सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज सिमडेगा के कोलेबिरा गये हैं। यहां वह कार्यक्रम में उपस्थित हुए और लोगों को संबोधित कर रहे हैं। हेमंत सोरेन ने इस दौरान अपने सरकार की उपलब्धियां गिनाई और साथ ही साथ पूर्ववर्ती भाजपा सरकार को जमकर कोसा। उन्होंने कहा कि शिबू सोरेन के नेतृत्व में अलग राज्य की लड़ाई शुरू हो गई। उन्होंने 15 साल की उम्र में अलग झारखंड राज्य की लड़ाई शुरू कर दी। अब वे 80 वर्ष से ज्यादा आयु के हैं। शिबू सोरेन के नेतृत्व में अनगिनत लोगों ने शहादत दी। 


जिस उद्धेश्य से झारखंड बना वह पूरा नहीं हुई 
मुख्यमंत्री ने कहा कि 23 वर्ष हो गए झाररखंड गठन की लेकिन राज्य को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी जिनको मिली उन्होंने काम नहीं किया। सरकार गठन के समय सरप्लस बजट होता था। तब की सरकार के पास पर्याप्त संसाधन थे। खनिज था। पैसा था लेकिन उन्होंने राज्य को खोखला कर दिया। लेकिन आज सरकार घाटे का बजट लाती है। राज्य उनके हाथों में गया तो अलग राज्य के घोर विरोधी थे। जिस उद्देश्य से बुजुर्गों ने शहादत दी, वह पूरा नहीं हुआ। 
हमने 20 साल की गंदगी उखाड़ फेंकी 
सीएम ने इस दौरान कहा कि मूलवासी आदिवासी का पलायन हो रहा है। बाहर से लोग आकर यहां खनिज निकाल रहे हैं। कोयला, लोहा, बॉक्साइट की लूट मची है। बदले में ग्रामीणों का विकास नहीं हुआ। पूरवजों को अलग राज्य लेने में 40 साल लगा। 2019 में हमने कमर कसकर चुनाव लड़ा और आपके आशीर्वाद से 20 साल की गंदगी उखाड़ फेंकी और सरकार बनी। कभी आपने सोचा था कि आपके गांव में पदाधिकारी जाएंगे।