रांची :
राजधानी रांची में अब सड़कों का जाल बिछ जाएगा। पथ निर्माण विभाग ने इसकी कवायद शुरू कर दी है। राजधानी में किस तरह की सड़के बनाना लाभकारी होगा उसके सुझाव के लिए विभाग कंसल्टेंट की नियुक्ति करने वाला है। जिसके लिए विज्ञापन जारी कर दिया गया है। कंसल्टेंट यह बताएगा कि कहां अंडरपास होना चाहिए, कहां फ्लाइओवर और कहां शॉर्टकट रोड। उसके सुझाव पर इंजीनियर सर्वे करेंगे। उसके बाद विभाग उस रिपोर्ट को अंतिम रूप देगा।
कम समय में बेहतर रोड कनेक्टिविटी
जिस कंसल्टेंट को इस योजना के लिए नियुक्त किया जाएगा वह राजधानी रांची सहित पूरे राज्य की ‘कम समय में बेहतर रोड कनेक्टिविटी’ को लेकर व्यापक सर्वे करेगा। वह बतायेगा कि किस जगह से सड़क निकालना बेहतर होगा। हालांकि रांची के भीतरी हिस्से में इस योजना पर विभागीय स्तर पर सर्वे शुरू हो गया है। विभाग के सचिव सुनील कुमार के निर्देश पर इंजीनियर नये रूट की तलाश करने में जुट गये हैं। इस पर बात हुई है कि मौजूदा रिंग रोड की तरह इनर रिंग रोड नहीं बन सकता है।
कांके रोड से जुड़ेगा रातु रोड
कांके रोड को रातू रोड से जोड़ने की बात चल रही है। यानी कांके रोड के बीच से ही सड़क निकलेगी, जो पंडरा रोड पर आगे जाकर मिलेगी। वहीं, कांके रोड से दूसरी सड़क निकलेगी, जो हेसल इलाके को जोड़ देगी। इसके बाद वाहनों को कांके से रातू रोड-पंडरा रोड जाने के लिए रातू रोड चौराहा यानी शहर के अंदर नहीं आना पड़ेगा। रिम्स और बूटी मोड़ के बीच के इलाके से ओरमांझी-कांके-पिठोरिया जाने के लिए रिंग रोड पकड़ने की सीधी व्यवस्था होगी।