रांची:
राजधानी रांची में पैसे डबल करने का झांसा देकर ठगी का मामला सामने आया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक वेलफेयर ग्रुप ऑफ कंपनीज नाम की एक कंपनी दर्जनों खाताधारकों का 25.80 लाख रुपये से ज्यादा की रकम लेकर फरार हो गई। ठगी के शिकार लोगों ने रांची के कोतवाली थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है।
पैसे डबल करने का झांसा दिया गया था
वेलफेयर ग्रुप ऑफ कंपनीज (Welfare group of Companies) नामक एक कंपनी लोगों को पैसे डबल करने का झांसा दर्जनों खाताधारकों के पैसे लेकर फरार हो गई। कोतावली थाना में मो. अजहरुद्दीन अंसारी और महेश्वर महतो ने कंपनी के अधिकारियों के खिलाफ अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज कराई है। दर्ज प्राथमिकी में कंपनी के निदेशक विशाखापत्तनम निवासी विजय कुमार माला, डोरण्डा पारसटोली के नवनीत कुमार पांडे, मो. अशरफ, रामजी राव और कंपनी को आरोपी बनाया गया है।
मो.अजरुद्दीन की प्राथमिकी में क्या है!
दर्ज प्राथमिकी के आधार पर पुलिस मामले की जांच कर रही है। रांची के रहने वाले मो. अजहरुद्दीन अंसारी की ओर से दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि उन्हें कंपनी के तरफ से जॉब का ऑफर आया। कंपनी के अधिकारियों ने उनसे कहा कि वे ग्रामीणों को स्कीम बताकर खाता खुलवायें और उनसे पैसे जमा कराएं। इसके बदले में उन्हें वेतन के साथ कमीशन भी दिया जाएगा।
पैसों के भुगतान में कंपनी की आनाकानी
मो. अजहरुद्दीन अंसारी ने यह भी बताया कि उन्होंने साल 2011 से 2016 के बीच 53 से ज्यादा ग्रामीणों से कंपनी के खाते में पैसे जमा कराए थे। इस दौरान ग्रामीणों ने कुल 18 लाख 97 हजार 275 रुपए कंपनी के खाते में जमा किए। 2016 में जब मैच्यूरिटी पूरा हुआ और खाताधारक पैसे की मांग करने लगे तो कंपनी के अधिकारी उन्हें पैसे देने के लिए टाल-मटोल करने लगे। 2018 में खाताधारकों के साथ वे कंपनी के निदेशक से भी मिले। पैसा जल्द वापस करने का आश्वासन दिया, मगर अब तक राशि का भुगतान नहीं किया गया। वहीं महेश्वर महतो की ओर से दर्ज की गई प्राथमिकी में 6 लाख 83 हजार 290 रुपए की ठगी का आरोप लगाया गया है।