द फॉलोअप डेस्कः
हजारीबाग में गुरुवार को सड़क दुर्घटना में चार लोगों की मौत हो गई थी। इसमें दो बरही विधानसभा के दो युवक शामिल थे। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया था। सदर थाना क्षेत्र अंतर्गत हुई दुर्घटना का पोस्टमार्टम गुरुवार को दिन में ही कर दिया गया था। लेकिन रात में पोस्टमार्टम की सुविधा नहीं होने के कारण तीन शवो का पोस्टमार्टम नहीं हो पाया था। दूसरे दिन बरही विधायक को इसकी जानकारी मिली। वह अस्पताल पहुंचे और नाराजगी जताते धरना पर बैठ गए। इसके बाद अस्पताल में हड़कंप मच गया। अधीक्षक सहित अस्पताल प्रबंधन को जानकारी मिली कि पोस्टमार्टम करवाने के लिये बरही विधायक उमाशंकर यादव अकेला धरना पर बैठ गए हैं। उनके क्षेत्र के दो लोग कैलाश रविदास और प्रकाश रविदास एवं हजारीबाग सदर प्रखंड के बहेरी निवासी अनमोल कुमार का मृत्यु सड़क दुर्घटना में हो गयी है। उनके पोस्टमार्टम में देरी हो रही है।
मंत्री को लगा दिया फोन
विधायक ने बताया कि पोस्टमार्टम में देरी की जानकारी मिलने पर वह शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे। वहां पहुंचकर पोस्टमार्टम के लिए लगातार प्रयास करते रहे। लेकिन दो घंटे तक कोई डॉक्टर नहीं आया तो विधायक नाराज होकर सीधे स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को फोन लगा दिया। स्वास्थ्य मंत्री के फोन के बाद तुरंत दो डॉक्टर पोस्टमार्टम करने आए। लेकिन विधायक उमाशंकर अकेला उन्हें वहीं रोक कर पोस्टमार्टम हाउस के पास ही धरने पर बैठे रहे। इसकी सूचना सीपीएम नेता गणेश कुमार सीटू ने जब मेडिकल कॉलेज के सुपरिंटेंडेंट डॉ विनोद कुमार को दी तो तो सुपरिंटेंडेंट भी अपने लोगों के साथ धरना पर बैठे विधायक से मिलने पहुंचे।
आज के बाद देरी ना होने का आश्वासन
विधायक ने नाराजगी जताते सुपरिंटेंडेंट से कहा कि आप लोगों की लापरवाही के चलते आम जनता में सरकार का इमेज खराब हो रहा है। जो गलत है। इससे सरकार की बदनामी होती है। इसलिए ऐसी व्यवस्था को आप तत्काल सुधारे। ताकि आम जनता को परेशानी नहीं हो। देर से पोस्टमार्टम होने की शिकायत प्रतिदिन हम लोग को मिल रही है। इस पर सुपरिंटेंडेंट ने कहा की हम तत्काल सुधार करेंगे और आज के बाद ऐसी कोई घटना अस्पताल में नहीं होगी। पोस्टमार्टम समय पर होगा। इसके बाद विधायक और उनके साथ धरने पर बैठे गणेश कुमार सीटू, ईश्वर महतो, पूरन महतो, विधायक प्रतिनिधि संजय यादव, अशोक पासवान, प्रमोद पासवान, वीरेंद्र राम, मिथिलेश कुमार, मनोज पासवान, कुलेश्वर राम, मनोहर कुमार राज, गोलू कुमार दास, प्रकाश पासवान धरना से उठ गए। उसके बाद तीनों शव का पोस्टमार्टम हुआ।