रांची
कांग्रेस की प्रस्तावित "संविधान बचाओ रैली" अब 3 मई की बजाय 6 मई को होगी। रैली की तैयारियों को लेकर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसकी अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने की। बैठक में कार्यकारी अध्यक्षों, जिलों के नोडल पदाधिकारियों और कंट्रोल रूम के सदस्यों ने हिस्सा लिया। कमलेश ने कहा कि यह रैली देश के संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों पर हो रहे हमलों के खिलाफ है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार न्यायपालिका की स्वतंत्रता, मौलिक अधिकारों और लोकतंत्र की नींव को कमजोर कर रही है। बेरोजगारी, महंगाई और आतंकवाद जैसे मुद्दों को नजरअंदाज कर भाजपा सिर्फ अपना एजेंडा चला रही है। कांग्रेस इस रैली के माध्यम से जनता की आवाज बुलंद करेगी।
बैठक में रैली की तैयारियों, जिलावार रिपोर्ट, प्रखंड स्तर की बैठकों और अभियान की प्रगति पर चर्चा की गई। प्रवक्ता सोनाल शांति ने बताया कि नोडल अधिकारियों से विस्तार से फीडबैक लिया गया और समस्याओं के समाधान के लिए दिशा-निर्देश दिए गए। जिलों और प्रखंडों में संवाद और समन्वय के लिए नियंत्रण कक्ष की स्थापना की संभावना पर भी विचार हुआ। रैली के प्रचार-प्रसार को और मजबूत करने के निर्देश जिला अध्यक्षों, विधायकों व उम्मीदवारों को दिए गए हैं।
बैठक में जलेश्वर महतो, बंधु तिर्की, शहजादा अनवर, प्रदीप बालमुचू, बन्ना गुप्ता, प्रदीप तुलस्यान, सुल्तान अहमद, जेपी भाई पटेल, अशोक चौधरी, रमा खलखो, अजय दुबे, राकेश सिन्हा, विनय सिन्हा दीपू, सतीश पौल मुजनी, योगेंद्र साहू, किशोर शाहदेव, एम. तौसीफ, अभिलाष साहू, बलजीत सिंह बेदी, सूर्यकांत शुक्ला, राजन वर्मा, सुरेन राम, अख्तर अली, खुर्शीद हसन रूमी, सुंदरी तिर्की, प्रभात कुमार, जितेंद्र त्रिवेदी सहित कई नेता मौजूद थे।