द फॉलोअप डेस्कः
अगर आप भी धुआं वाला पान खाने के शौकीन हैं तो सावधान हो जाइए। दैनिक जागरण में छपी केस स्टडी के मुताबिक इस पान में लिक्विड नाइट्रोजन का प्रयोग किया जाता है, जिससे धुआं निकलता है। यह आपके लिए जानलेवा साबित हो सकता है। इस बार दुर्गा पूजा और विजयादशमी पर कुछ लोगों ने पान खाया था तो उनकी तबियत खराब हो गई है। उनका पेट फूलने लगा। आंत में छेद हो गया। मुंह में फफोले पड़ गए। सांस लेने में परेशानी हुई। खून की उल्टी हुई। जब वह अस्पताल गये तो डाक्टरों ने बताया कि केमिकल वाला पान जानलेवा है। यदि अल्कोहल सेवन के बाद लिक्विड नाइट्रोजन युक्त पान खाया तो जान भी जा सकती है।
अखबार में छपी खबर के मुताबिक पान खाने से एचईसी निवासी 40 वर्षीय सिंटू कुमार और 38 वर्षीय नंदन कुमार की आंत में छेद हो गया। नंदन के पेट का आपरेशन रिम्स में सर्जरी विभाग के एचओडी डा. सितल मलुआ की देखरेख में डा. एफ हसन ने किया। वहीं पारस में डा. नवीन कुमार ने सिंटू का आपरेशन कर आंत के छेद को ठीक किया। दोनों की जटिल सर्जरी करनी पड़ी। कडरू निवासी 40 वर्षीय एस कुमारी और 15 वर्षीय अर्पित कुमार ने साथ पान खाया, मुंह से खूब धुंआ निकाला। घर पहुंचते ही ओठ और मुंह में फफोले हो गए। मुंह में जलन शुरू हो गई।
डाक्टर के अनुसार धुंए वाला पान जानलेवा हो सकता है। जानकारी के अनुसार नाइट्रोजन का तापमान जब - 195.8 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला जाता है, तब यह तरल रूप या लिक्विड में कन्वर्ट हो जाता है। पृथ्वी पर इतना तापमान कभी कम नहीं होता है, इसलिए इसको आर्टिफिशियल तरीके से लिक्विड में कन्वर्ट कर पान के साथ दिया जाता है। अब तो शहर के कई होटल-रेस्टोरेंट में कई खाद्य सामग्री लिक्विड नाइट्रोजन के साथ परोसी जा रही है। इससे बचें।
50 रुपये का पान महंगा पड़ा
एचईसी निवासी नंदन कुमार ने बताया है कि विजयादशमी के दिन दोस्तों संग धुंआ वाला पान खाया। कुछ घंटों बाद ही पेट में दर्द शुरू हो गया। रात में ही पारस अस्पताल गया। जांच हुई, तो पता चला आंत में छेद हो गया है। तुरंत आपरेशन करना होगा। रात में ही परिजन मुझे रिम्स लेकर आ गए। अगले दिन पेट का आपरेशन हुआ, तब जाकर स्थिति सुधरी। पान खाने के बाद पेट में जलन होने लगी। गैस से पेट फूलने लगा। असहनीय दर्द हो रहा था। 50 रुपये का पान काफी महंगा पड़ा। जान बच गई।