द फॉलोअप डेस्क
मुख्यमंत्री चंपई सोरेन दुमका दौरे पर हैं। वो यहां अबुआ आवास योजना के तहत लाभुकों को स्वीकृति पत्र दे रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने पहली किस्त भी जारी की। मुख्यमंत्री चंपई सोरेन दुमका के 9800 अबुआ आवास योजना के लाभुकों के बीच स्वीकृति पत्र का वितरण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि झारखंड प्रदेश में अबुआ आवास क्यों लाना पड़ा। यह हेमंत बाबू की सोच है। जब राज्य में बीजेपी की सरकार तो उनलोगों ने केवल झारखंड को लूटने का काम किया था। आज वो लोग कहते हैं कि लोकसभा चुनाव आ रहा है चलो हमलोग गांव की ओर चलते हैं। लेकिन वो लोग कोई भी गांव जाएगा तो वहां हेमंत सोरेन की योजना का दीया जला दिखेगा। हर परिवार को हेमंत की योजना का लाभ मिल रहा है। पहले बड़ा जोर से हमलोग सुनते थे पीएम आवास दिया जाएगा। देश में आज जो केंद्र सरकार के महराजा बैठे हैं ये कहते थे 2022 में सबसे घर दे देंगे। लेकिन झारखंड के साथ ऐसा नहीं हुआ। यहां के लोगों को धोखा दिया गया। जब हेमंत सोरेन की सरकार बनी स्थिति बहुत खराब थी। किसी भी अस्पताल में वेंटिलेटर मशीन नहीं था। उस विषम परिस्थिति में भी हमने काम किया। कोरोना काल के दौरान हमलोग 2 साल तक किसी से नहीं मिलते थे। फिर भी हेमंत सोरेन ने राज्य का कुशल नेतृत्व किया। लोगों ने हवाई जहाज से उनके घर हेमंत सोरेन ने पहुंचाया।
हेमंत ने बुनियादी स्तर की समस्या पर काम किया
सीएम ने कहा कि 2 साल तो हमारी सरकार को कोरोना ने प्रभावित किया और बाकी के 2 साल में हेमंत सोरेन ने ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की परेशानी समझने का काम किया और उस हिसाब से योजना लाई। झारखंड राज्य सोने का खदान है। यहां कोयला,तंबा, सोना का खदान है। यहां की खनीज संप्रदा को बीजेपी ने लुटा और गुजरात,महाराष्ट्र और मुबंई के लोगों को फायदा दिया। यहां को लोगों को इन सारी चीजों से दूर रखा गया। लोगों के शरीर पर कपड़ा नहीं रहता था। गर्मी में उनके पैर में चप्पल नहीं रहा था। हेमंत सोरेन ने सोच लिया था कि हम विकास की एक ऐसी लकीर खीचेंगे की किसी को बोलने का मौका नहीं मिलेगा। हमने यहां की बुनियादी स्तर की समस्या पर काम किया। पहले पेंशन को लेकर हर कोई कहता था लेकिन हेमंत सोरेन ने सबसे पहले सवर्जन पेंशन योजना लाया। राज्य के अंदर कोई भी समुदाय का हो उनको पेंशन मिलेगा। किसी बिचौलियां की जरूरत नहीं पड़े इसलिए आपकी योजना आपकी सरकार को शुरू किया गया। अधिकारियों को लोगों के बीच भेज दिया।
हेमंत सोरेन ने स्मार्ट मॉडल स्कूल की शुरुआत की
चंपाई ने कहा कि आज के समय पर शिक्षा बहुत जरूरी है। जबतक यहां के बच्चे नहीं पढ़ेंगे यह राज्य आगे नहीं बढ़ पाएगा। हेमंत सोरेन ने स्मार्ट मॉडल स्कूल की शुरुआत की। हम कोई यहां पढ़ सकता है। चाहें वो दलित हो, आदिवासी हो, किसान का बच्चा,मजदूर का बच्चा, पिछड़े वर्ग के बच्चों को यहीं शिक्षा दी जाएगी और फ्री शिक्षा दी जाएगी। निजी स्कूल से बेहतर शिक्षा दी जाएगी। 100 युनिट बिजली फ्री कर दिया। जिसका 21 लाख परिवार फायदा उठा रहे हैं। अब हमने सोचा कि 125 यूनिट फ्री बिजली देंगे। अब झारखंड में 30 लाख फ्री बिजली ले पाएंगे। हेमंत सोरेन की यही सोच को देखकर बीजेपी के पेट में दर्द हुआ।
2027 तक कोई बिना घर के नहीं रहेंगे
हमलोग सुनते थे पीएम आवास। उससे पहले तो इंदिरा गांधी आवास भी था। भारत सरकार का 80 हजार और राज्य सरकार का 50 हजार था। भारत सरकार बड़ी-बड़ी बात करती है। झारखंड को केंद्र सरकार ने धोखा दिया। आवास के लिए 8 लाख सूची था। केंद्र में जाकर भी हमलोग कहते थे कि पैसा दीजिए। लेकिन जब भारत सरकार ने नहीं दिया तब युवा सम्राट हेमंत सोरेन ने कहा कि हम अपने बल पर देंगे। सरकार आपके द्वार कार्यक्रम चलाय। और उसमें अबुआ आवास का आवेदन आया। 29 लाख से ज्यादा का आवोदन आया है। जिसमें हमारे सरकार ने 20 लाख लोगों का चयन किया। 2027 तक कोई बिना घर के नहीं रहेंगे। 2 कमरा नहीं बल्कि 3 कमरा का घर देंगे। यह हमारी सरकार की सोच है। हेमंत सोरेन ने सोचा है कि यहां के भूमि पुत्र,बेरोजगार,छोटे किसान को आर्थिक रूप स्वावलंब बनाएंगे। इसे लेकर हम किसान को पाइप लाइन से पानी पहुंचाएंगे। 6 महीने के बाद उस पाइप लाइन से आपके खेत में पानी पहुंचेगा। अब आपको 12 महीने तक पानी मिलेगा। हमारे कल्याणकारी योजनाओं को देखने के बाद बीजेपी के पेट में दर्द होने लगा। उन्होंने सोचा कि कैसा अधिकारी सारे गांव में जाकर लोगों की समस्या जान रहे हैं।
जनता को समझना होगी कि दोनों सरकार की सोच में कितना फ्रक है
9 लाख से ज्यादा छात्राओं को हमने सावित्री बाई फुले योजना दिया। पहले एक घर की पहली 2 बच्ची को यह पैसा मिलता था लेकिन हेमंत सोरेन ने कहा कि नहीं..एक परिवार में जितनी लड़की होगी सभी को यह पैसा मिलेगा। यह के बच्चों को हेमंत सोरेन ने विदेश पढ़ने के लिए भेजा। अच्छा उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए हेमंत सोरेन ने उन्हें विदेश भेजा। किसी की पढ़ाई न रुके इसलिए छात्रवृति भी दोगुनी कर दी गई। बीजेपी की डबल इंजन सरकार ने यहां की 5-6 हजार प्राइमरी स्कूल को बंद कर दिया। ताकि मजदूर का बेटा-बेटी पढ़ न सकें। हमलोग मैट्रिक की बाद उच्च शिक्षा के लिए गुरुजी केडिट कार्ड की मदद से उन्हें इंजीनियर, डॉक्टर, वकील,पत्रकार बनाएं, बिना पैसा के बारे में सोचे हुए। हमने यहां की निजी कंपनी ने एक नियम बनाया। जिसके अनुसार 50 प्रतिशत केवल झारखंड के लोगों को नौकरी मिलेगी। ये सब हेमंत सोरेन की सोच है। इसलिए आपको समझना है कि दोनों सरकार की सोच में कितना फ्रक हैं। हमने किसानों का कर्ज माफ किया।
शिबू सोरेन ने जिस झारखंड की कल्पना की है हम वो बनाएंगे
हेमंत सोरेन की यह सब सोच के कारण केंद्रीय एजेंसी को हमारे पीछे लगा दिया हेमंत सोरेन का किसी तरह के खाता बही में नाम नहीं है इसके बावजूद उनको गिरफ्तार किया। पूछता है कि बताओ तुमने क्या किया। अगर तुमको पता है तो पहले से तो उसको बात दो, दिखा दो। हमको केंद्रीय एजेंसी की नफरत नहीं है लेकिन अगर वह एक पार्टी के लिए काम करेंगे तो जनता की ओर से सवाल जरूरत उठेगा। हेमंत सोरेन को झूठे आरोप में अंदर किया गया है। इसलिए हमलोग आपके बीच में सबकुछ बताने आए हैं। भाजपा ने ऐसा कुछ नहीं किया जिससे वो यहां की जनता का दिल जीत लें। झारखंड अलग होने के बाद काफी समय तक डंबल इंजन की सरकार रही लेकिन उनलोगों ने राज्य का विकास नहीं किया। बस इस राज्य को लूटा। हम हेमंत पार्ट-2 के रुप में काम करने आए हैं। हेमंत सोरेन को लेकर आपका जो विश्वास है वो हम कम होने नहीं देंगे। हर परिवार को हम एक समान रुप में देखेंगे। हेमंत सोरेन नहीं आए इसे लेकर निराश नहीं होना है। हेमंत सोरेन की सारी योजना को हम आप तक सही ढंग से पहुचाएंगे। जिस राज्य की कल्पना शिबू सोरेन ने की है। हम वैसा झारखंड बनाएंगे। जहां कोई ऊंच-नीच नहीं रहेगा।।