द फॉलोअप डेस्क, रांची:
कथित जमीन घोटाला केस में जमानत पर रिहा पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अब झारखंड की सियासत में एक्टिव हो गये हैं। शुक्रवार को जेल से बाहर आते ही मीडिया से बातचीत, शनिवार को हरमू मैदान में जनसभा और फिर 30 जून को हूल दिवस के मौके पर साहिबगंज के भोगनाडीह में विशाल रैली को संबोधित कर उन्होंने विपक्षी दलों पर जमकर हमला बोला। खासतौर पर बीजेपी उनके निशाने पर रही। अब सोमवार को हेमंत सोरेन ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से भारतीय जनता पार्टी और केंद सरकार पर तंज किया है। उन्होंने शायराना अंदाज में यह बताने का प्रयास किया है कि उनका जेल जाना दरअसल, विपक्ष की साजिश थी लेकिन, वह जांच एजेंसियों की कार्रवाई से नहीं डरते। उनकी आवाज नहीं दबाई जा सकती।
इस जग में जितने ज़ुल्म नहीं, उतने सहने की ताकत है….
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) July 1, 2024
तानों के भी शोर में रहकर सच कहने की आदत है।।
मैं सागर से भी गहरा हूँ… तुम कितने कंकड़ फेंकोगे..
चुन-चुन कर आगे बढूँगा मैं…
तुम मुझको कब तक रोक़ोगे…
तुम मुझको कब तक रोक़ोगे।। pic.twitter.com/DJLf3pjBFV
हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को अपने आवास से बाहर मीडिया को संबोधित करने के दौरान की एक तस्वीर ट्विटर पर शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है कि-
इस जग में जितने जुल्म नहीं, उतना सहने की ताकत है
तानों के भी शोर में रहकर, सच कहने की आदत है
मैं सागर से भी गहरा हूं, तुम कितने कंकड़ फेंकोगे
चुन-चुन कर आगे बढ़ूंगा मैं
तुम मुझको कब तक रोकोगे...
हाईकोर्ट से हेमंत सोरेन को मिली जमानत
गौरतलब है कि रांची के बड़गाईं अंचल की 8.86 एकड़ जमीन की कथित तौर पर फर्जी दस्तावेजों के सहारे खरीद-बिक्री करने के आरोप में ईडी ने हेमंत सोरेन को 31 जनवरी को गिरफ्तार किया था। वे गिरफ्तारी के बाद 14 दिन तक ईडी की हिरासत में रहे। 30 मार्च को उनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई थी। हेमंत सोरेन ने गिरफ्तारी के तुरंत बाद सुप्रीम कोर्ट में इसे चुनौती दी थी लेकिन उनको राहत नहीं मिली। हाईकोर्ट ने भी कई बार उनकी जमानत याचिका खारिज की। हालांकि, 28 जून को हाईकोर्ट ने यह कहते हुए हेमंत सोरेन को जमानत दे दी कि, ईडी द्वारा उपलब्ध कराए गये दस्तावेजों से यह स्पष्ट नहीं होता कि बड़गाईं अंचल की जमीन पर कब्जा या अधिग्रहण करने में हेमंत सोरेन की कहीं भी प्रत्यक्ष संलिप्तता थी।
सियासत में एक्टिव हो गये हैं पूर्व मुख्यमंत्री
हेमंत सोरेन अब जेल से बाहर आये हैं। राज्य विधानसभा चुनाव के ठीक 4 महीने पहले ये झारखंड मुक्ति मोर्चा ही नहीं बल्कि पूरे इंडिया गठबंधन के लिए राहत की बात है। हेमंत सोरेन सक्रिय हो गये हैं। शुक्रवार को जेल से बाहर आने के बाद रविवार को ही उन्होंने संताल परगना का दौरा किया। पार्टी संगठन की बैठकों में भी हिस्सा ले रहे हैं। इस बीच उन्होंने यह आरोप लगाया है कि विपक्ष उनके खिलाफ साजिश कर रहा है। राज्य में विधानसभा का चुनाव समय से पहले कराना चाहती है ताकि, मौजूदा सरकार अपना कार्यकाल पूरा न कर सके। उन्होंने कहा कि, चाहें तो कल चुनाव करा लें। विपक्ष का सूपड़ा साफ कर देंगे।