द फॉलोअप डेस्क, रांची
रांची से सटे मांडर में मुड़मा में पांच मंदिरों में प्रतिमाओं को क्षतिग्रस्त मामले को लेकर भाजपा हेमंत सरकार तीखा हमला बोलै है. प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि मुड़मा में मंदिरों पर हमला की घटना कोई पहला नहीं है। इस पहले भी जमशेदपुर में 8 अप्रैल 2023 को हिंदुओं के धार्मिक झंडे में प्रतिबंधित मांस को बांधकर टांगा गया था और उसके बाद एक भीड़ ने एक मंदिर पर हमला किया था। पलामू के पांकी में सरकार ने शिव बारात पर रोक लगा दी थी।
प्रदेश में मंदिर पर हमला कोई नया नहीं
प्रतुल ने कहा कि 27 सितंबर 2023 को समुदाय विशेष के एक व्यक्ति ने हिंदपीड़ी थाना क्षेत्र में हनुमान के मंदिर में मूर्ति को खंडित किया था। बोकारो में भी लगातार मंदिरों को निशाना बनाया गया। माराफारी थाना क्षेत्र के चंचली मंदिर और कासियाटांड़ में दो मंदिरों की मूर्तियों को खंडित किया गया।बोकारो के सेक्टर 4 थाना क्षेत्र के सूर्य मंदिर में भी असामाजिक तत्वों ने उत्पात मचाया था। पलामू के मेदनीनगर शहर के नवाटोली में ललित राम मंदिर से 12 मुकुट चोरी हो गए और भगवान शंकर का त्रिशूल तोड़ दिया गया।
मंदिरों पर हमले की हो सीबीआई जांच
प्रतुल ने कहा कि इसके अतिरिक्त भी इस प्रदेश में कई दर्जन ऐसी घटनाएं हुई हैं जिसमें मंदिरों को असामाजिक तत्वों के द्वारा निशाना बनाया गया है। जिससे एक सुनियोजित साजिश की बू आती है। प्रतुल ने हेमंत सरकार से मांग कि इस पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच हो ताकि साजिश का पर्दाफाश हो सके।