द फॉलोअप डेस्क
कानपुर के ऑटो चालक राकेश सोनी, जो पुलिस के दुर्व्यवहार से इतने आहत हो गए कि जीवन से निराश होकर उन्होंने DM से इच्छामृत्यु की अनुमति मांगी। शुक्रवार को कलेक्ट्रेट में जनसुनवाई के दौरान अपनी शिकायत लेकर पहुंचे राकेश, अपनी पीड़ा सुनाते हुए बार-बार फफक कर रोने लगे। उन्होंने कहा कि 26 जनवरी को गांधी प्रतिमा के समक्ष इच्छा मृत्यु की अनुमति दी जाए। राकेश की कहानी ने DM का दिल पिघला दिया। न केवल उन्होंने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया, बल्कि ऑटो चालक का सम्मान बढ़ाने का फैसला भी लिया। DM ने राकेश को गणतंत्र दिवस के अवसर पर कलेक्ट्रेट में झंडारोहण समारोह में विशिष्ट अतिथि बनने का निमंत्रण दिया। इस बाबत राकेश को औपचारिक निमंत्रण पत्र भेजा गया है।
क्या है मामला?
30 दिसंबर को नौबस्ता चौराहे पर जाम की समस्या को लेकर राकेश और ट्रैफिक प्रभारी ईश्वर सिंह के बीच विवाद हुआ। राकेश ने बताया कि ई-रिक्शा चालकों के चलते सड़क जाम हो गई थी। कई बार हॉर्न बजाने और कहने के बावजूद रिक्शा चालक नहीं हटे। इसी दौरान पहुंचे ट्रैफिक प्रभारी ने राकेश की ऑटो पर डंडा मारा और गाली-गलौज के साथ बीच सड़क पर अपमानित किया। राकेश ने इस घटना की शिकायत कमिश्नर से की, और अब इसकी जांच एडीसीपी अर्चना सिंह कर रही हैं।
DM का दिल छूने वाला कदम
DM ने राकेश से कहा, "जिंदगी में कठिन पल आते हैं, लेकिन हमें हिम्मत के साथ आगे बढ़ना होता है।" उन्होंने राकेश को समझाते हुए कहा कि उनका अपमान भुलाना कठिन है, लेकिन इसे सकारात्मक मोड़ देकर वे गणतंत्र दिवस पर उनके साथ समारोह में शामिल हों। राकेश, जो अपने अपमान से टूट चुके थे, इस खास निमंत्रण से सम्मानित महसूस कर रहे हैं। DM का यह कदम यह संदेश देता है कि प्रशासन न केवल सुनता है बल्कि सहानुभूति के साथ जनता के दर्द को समझने की कोशिश भी करता है।